Madhya Prdesh News: देशभर में ऑनलाइन माध्यम से फ्रॅाड करने के रोजाना कई मामले सामने आते हैं. हालांकि इस बार इसकी चपेट में मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) के मंत्री गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava News) आ गए हैं. बता दें कि आरोपी ने शातिर दिमाग लगाते हुए मंत्री से अपनी पत्नि के अंतिम संस्कार के लिए पैसों की मांग की और उसके द्वारा बताए हुए बैंक डिटेल में मंत्री के ऑफिस द्वारा पैसे भेज दिए गए. इसके बाद लिस्ट सार्वजनिक की गई तो मामला कुछ और ही निकला जिसके बाद चारों तरफ हड़कंप मच गया. 


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क्या है मामला 
पूरा मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले का है. मिली जानकारी के अनुसार मंत्री भार्गव ने अपने कार्यालय में निर्देश दिया है अगर किसी व्यक्ति की मौत हो जाए तो उसके अंतिम संस्कार के लिए मदद की जाए.न इसके लिए एक कॅाल भार्गव के ऑफिस में आया जब एक शख्स ने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद उसके अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगी, मंत्री के निर्देश के मुताबिक स्टॅाफ ने पीड़ित का बैंक एकाउंट नम्बर लिया और दो बार में पांच - पांच हजार यानि की 10 हजार रुपए ट्रांसफर किए. हालांकि मंत्री के ऑफिस के सोशल मीडिया एकाउंट से इस तरह की मदद किये जाने की लिस्ट सार्वजनिक की गई तो जिसका नाम इस दस हजार वाली लिस्ट में था वो शख्स उस गांव का था ही नही, मंत्री भार्गव सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे तो मंत्री का माथा ठनका और उन्होंने इस बात की शिकायत गढ़ाकोटा पुलिस थाने में की. 


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पुलिस ने लिया एक्शन
पुलिस ने मंत्री की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बैंक एकाउंट की जांच पड़ताल की और एक आरोपी को धर दबोचा, हालांकि पकड़ा गया आरोपी वीर सिंह पिता गोपाल सिंह भार्गव की विधानसभा क्षेत्र रहली के जूना गांव का है. पकड़े गए आरोपी से पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने बताया कि मंत्री भार्गव इस तरह के मामलों में तुरंत आर्थिक मदद करते हैं इसलिए उसने खुद को दूसरे गांव का निवासी बताकर मदद मांगी थी और मंत्री ने मदद की भी लेकिन वो पकड़ा गया. फिलहाल पुलिस ने आरोपी वीर सिंह को आईपीसी की धारा 420 के तहत गिरफ्तार किया है .


रिपोर्ट- महेंद्र दुबे/ सागर