नई दिल्लीः बीते अक्टूबर में हैदराबाद से एक खबर सामने आई थी. जिसमें एक नवविवाहित दंपति की गीजर फटने से मौत हो गई थी. सर्दियों में इस तरह के मामले बढ़ जाते हैं क्योंकि सर्दियों में ठंडे पानी से नहाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. ऐसे में अगर आप गीजर लेने की सोच रहे हैं या फिर इस्तेमाल कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि गीजर से होने वाले हादसों को कैसे रोकें.


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इन वजहों से फट सकता है गीजर
गीजर में ब्लास्ट की प्रमुख वजह उसका बहुत देर तक ऑन रहना है. कई बार लोग गीजर ऑन करते हैं लेकिन उसे बंद करना ही भूल जाते हैं. इससे गीजर ज्यादा गर्म होकर फट सकता है. साथ ही इससे बॉयलर पर दबाव पड़ता है और उसमें लीकेज की समस्या हो सकती है. इससे गीजर से करंट लग सकता है और इससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. गीजर का वायर अगर कॉपर का नहीं होगा तब भी उसके फटने के चांस रहते हैं. 


गीजर 5 तरह के होते हैं. इनमें इलेक्ट्रिक गीजर, गैस गीजर, टैंक वाटर गीजर, हाइब्रिड गीजर, सोलर गीजर शामिल हैं. हालांकि ज्यादातर घरों में इलेक्ट्रिक और गैस गीजर ही इस्तेमाल होते हैं. इलेक्ट्रिक गीजर में कॉपर की कॉइल के जरिए पानी गर्म होता है और यह बिजली से चलता है. गैस गीजर एलपीजी से चलता है. हालांकि यह गीजर कार्बन डाइ  ऑक्साइड छोड़ता है और इसके लिए वेंटिलेशन की जरूरत होती है. 


गीजर को लेकर मौजूद खतरों को देखते हुए कोशिश करें कि कंपनी का ही गीजर लगवाएं और कंपनी के इंजीनियर से ही इसकी फिटिंग कराएं. साथ ही इलेक्ट्रिक गीजर की हर साल सर्विस कराते रहें.