तबादलों की सिफारिश से परेशान नेताजी, बंगले के बाहर नोटिस लगाकर लिखी अजीब बात
मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन तबादलों की सिफारिश से इतने परेशान हो गए कि उन्होेंने अपने दरवाजे के बाहर नोटिस लगवा दिया कि मैं किसी विभाग का मंत्री नहीं हूं, कृपया मुझसे तबादलों के बारे में न मिलें.
प्रमोद शर्मा/भोपाल: तबादलों की सिफारिशों से परेशान पूर्व मंत्री ने सरकारी आवास पर अजीब नोटिस चस्पा करवा दिया. नोटिस में लिखा कि मैं किसी विभाग का मंत्री नहींं, इसलिए तबादलों के लिए मुझसे न मिलें. दरअसल, पूर्व मंत्री को एक साल पहले पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था और राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. इसी वजह से उनके इलाके के लोग उन्हें मंत्री मानकर तबादलों की सिफारिश के लिए पहुंच रहे हैं.
तबादलों की सिफारिश से परेशान पूर्व मंत्री
मध्य प्रदेश में इस वक्त तबादलों पर प्रतिबंध हटा हुआ है. स्थानांतरण किए जा रहे हैं और इन्हीं स्थानांतरण की सिफारिशों से सरकार के सीनियर विधायक पूर्व मंत्री और पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन परेशान हैं.
सरकारी आवास के बाहर लगवा दिया नोटिस
पूर्व मंत्री परेशान इस कदर हो गए कि अपने सरकारी आवास पर नोटिस चस्पा कर दिया. आवास पर जगह-जगह लिखा कि स्थानांतरण से संबंधित उनसे संपर्क ना करें. स्थानांतरण ऑनलाइन किए जा रहे हैं और ऑनलाइन ही आवेदन करें.
नोटिस में लिखी अजीब बात
नोटिस में गौरीशंकर बिसेन ने लिखा कि मेरे पास कोई विभाग नहीं है, मैं किसी विभाग का मंत्री नहीं हूं. इसीलिए तबादलों के लिए मुझसे संपर्क ना करें. तबादलों को लेकर मुझसे संपर्क कर अपना समय जाया ना करें.
लगातार आ रहींं तबादलों की सिफारिश
दरअसल, सिफारिशें लगातार गौरीशंकर बिसेन के पास आ रही थींं. इन सिफारिशों से परेशान होकर पूर्व मंत्री ने अपने सरकारी आवास के अंदर और बाहर गेट पर नोटिस चस्पा कर दिए हैं. एमपी स्थानांतरण पर प्रतिबंध 17 सितंबर से अक्टूबर तक हटा है.
सितंबर 2021 में बने थे पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष
बता दें कि सितंंबर 2021 में पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. साथ ही गौरीशंकर बिसेन को राज्य मंत्री का भी दर्जा दिया गया है.
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