Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव (gujarat assembly election) के नतीजे आज आएंगे. गुजरात में दो चरणों में चुनाव हुए.1 और 5 दिसंबर को गुजरात में वोटिंग हुई और आज यानि 8 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आ जाएंगे. चुनाव के लिए बीजेपी ने काफी पहले से तैयारियां शुरू कर दी थी. खास बात ये थी कि गुजरात चुनाव के लिए मध्य प्रदेश के बीजेपी नेताओं की भी तैनाती की गई थी. सीएम शिवराज के कुछ खास सिपाही इस बार मिशन गुजरात पर एक्टिव थे. ये सिपाही करीब 60 दिनों तक गुजरात में रहे और रणनीति तैयार की. इन सभी नेताओं ने कमान संभाली और गुजरात में जमकर प्रचार किया.


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ये 8 मंत्री गुजरात में रहे एक्टिव
दरअसल, गुजरात से मध्य प्रदेश के नेताओं के नजदीकी कनेक्शन के नाते ज्यादा डिमांड आ रही थी. ऐसे में एमपी भाजपा के नेताओं को गुजरात चुनाव प्रबंधन संभालेंगे के लिए भेजा गया. ऐसे में गुजरात में एमपी के नेताओं की डिमांड को देखते हुए पार्टी ने बीजेपी ने शिवराज सरकार के 8 मंत्रियों को गुजरात भेजने का फैसला किया था, जबकि सीएम शिवराज जैसे दिग्गज नेता गुजरात में स्टार प्रचारक की भूमिका में नजर आए. जिन मंत्रियों को गुजरात भेजा गया, उनमें नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, भूपेंद्र सिंह, मोहन यादव, राज्यवर्धन सिंह, जगदीश देवड़ा, इंदर सिंह परमार और अरविंद भदौरिया शामिल थे. इन सभी की साख दांव पर है. 


एमपी की योजनाएं गुजरात में गूंजी
गुजरात चुनाव में मध्य प्रदेश के नेताओं की जिम्मेदारियां बढ़ा दी गई थी, प्रदेश सरकार के आठ मंत्रियों को प्रचार के लिए गुजरात भेजा. नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग तो गुजरात का लगातार दौरा करते रहे. ये सभी 8 मंत्री गुजरात में एमपी सरकार की योजनाओं का गुजरात में प्रचार करते दिखे, जबकि मंत्रियों को चुनाव प्रबंधन का काम भी सौंपा गया. गुजरात चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी थी. इन मंत्रियों के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी गुजरात में प्रचार करते रहे. 


मंत्रियों ने दिखाया सियासी जोहर 
शिवराज सरकार में शामिल कई मंत्री संगठन के बड़े रणनीतिकार माने जाते हैं, जो चुनावी प्रबंधन में भी माहिर हैं, नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग पहले भी कई चुनावी राज्यों में पार्टी के लिए काम कर चुके हैं. इस बार भी उन्हें मिशन गुजरात के लिए भेजा गया. खास बात यह है कि अगले साल यानि 2023 में मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इन रणनीतिकारों को एमपी चुनाव से पहले गुजरात में सियासी जोहर दिखाना था. जिससे पार्टी की गुडबुक में इनके नंबर बढ़ सके. शिवराज सरकार की कुछ ऐसी योजनाएं हैं, जिनकी तारीफ पहले भी राष्ट्रीय स्तर पर हो चुकी है. ऐसे में इन सभी नेताओं ने शिवराज सरकार की योजनाओं की जानकारी गुजरात की जनता तक भेजी.


नरोत्तम मिश्रा को मिली बनासकांठा जिले की जिम्मेदारी 
नरोत्तम मिश्रा को गुजरात की 9 विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई थी. उन्हें बनासकाठा जिले में आने वाली सभी 9 विधानसभा सीटों का प्रभारी बनाया गया. जहां नरोत्तम मिश्रा के कंधों पर बीजेपी को जिताने की जिम्मेदारी थी. नरोत्तम मिश्रा ने गुजरात में आयोजित आदिवासी गौरव यात्रा में भाग भी लिया था, नरोत्तम मिश्रा के अलावा विश्वास सारंग भी गुजरात का दौरा करते रहे.  दोनों नेताओं ने स्थानीय बीजेपी नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें की और रणनीति तय की.


यूपी-बंगाल में भी पार्टी के लिए कर चुके हैं काम 
नरोत्तम मिश्रा इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए काम कर चुके हैं, नरोत्तम मिश्रा को उत्तर प्रदेश में भी 40 से ज्यादा विधानसभा सीटों का प्रभारी बनाया गया था, जबकि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्हें बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी. जबकि अब उन्हें गुजरात में भी जिम्मेदारी मिली है. नरोत्तम मिश्रा को बीजेपी में अच्छा चुनावी रणनीतिकार माना जाता है, खास बात यह है कि गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए अहम माना जा रहा है, ऐसे में नरोत्तम मिश्रा को मिली जिम्मेदारी भी बड़ी है.  बता दें कि गुजरात की सीमा मध्य प्रदेश से भी लगती है, ऐसे में प्रदेश से आने वाले पार्टी के कई बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी. शिवराज सरकार के एक और मंत्री विश्वास सारंग ने भी गुजरात के कई दौरे किए थे और गुजरात में पार्टी के लिए प्रचार किया.