Cow Politics: गाय प्रदेश की सियासत में हमेशा से राजनीति का मुद्दा रही है. अब तक गायों पर सियासत होती थी, लेकिन अब गाय की चरनोई भूमि पर भी राजनीति शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश के गुना जिले में गायों की चरनोई भूमि पर कब्जा करने का मामला सामने आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं. वहीं मामले में पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने इस कब्जे के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और गोचर भूमि को मुक्त कराने का आश्वासन दिया है.


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विधायक के बयान के बाद उठा मामला 


दरअसल, पूरा मामला गुना के विधायक पन्नालाल शाक्य के बयान के बाद आया है. उन्होंने गायों की भूमि पर कब्जा करने वाले लोगों को लेकर खुलेआम सरकारी कार्यक्रम के मंच पर तंज कसा. विधायक ने तीखे शब्दों में कहा कि चरनोई से लेकर नदियों और सरकारी भूमि पर कब्जा हो गया है. हम इतने भूखे हो गए हैं कि गायों की चरनोई की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. विधायक के बयान के बाद यह मामला गुना से लेकर भोपाल तक गूंजा. 


कांग्रेस ने लगाया आरोप 


मामले में कांग्रेस भी कहा पीछे रहने वाली थी. कांग्रेस नेता रवि सक्सेना ने इस गायों के चरनोई मुद्दे पर खुलकर बोला. उन्होंने कहा कि गाय बीजेपी के लिए केवल एक सियासी मुद्दा है. उनका दावा है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी से जुड़े नेताओं ने गोचर भूमि पर कब्जा किया है, जिससे गाय सड़क पर नजर आ रही हैं.  उन्होंने बीजेपी को गायों का हितेषी नहीं बताया.  प्रदेश में गाय के नाम पर केवल सियासत होती है. गाय की दुर्दशा का शिकार हो रही हैं और बीजेपी से जुड़े माफियाओं ने गोचर भूमि पर कब्जा किया है.  कांग्रेस ने मांग की है कि गोचर भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाए. 


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मंत्री ने दी चेतावनी 


मामले में मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने भी गायों की भूमि छिनने वालों के खिलाफ बोला और इस गोचर मुद्दे पर अपनी परेशानी जताते हुए कहा कि 'बड़ा दुख होता है कि लोगों ने गाय की भूमि को तक नहीं छोड़ा. पूरे प्रदेश से शिकायत आ रही हैं की गोचर भूमि पर कब्जा हो गया है.  गाय के हक का घास तक लोगों ने नहीं छोड़ा है.पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने कांग्रेस को इसका मुख्य जिम्मेदार बताया और कहा कि गोचर भूमि पर कब्जा करने का काम दिग्विजय सिंह की सरकार के समय हुआ है. कांग्रेस से जुड़े लोगों ने गोचर भूमि पर कब्जा किया है. उन्होंने लोगो को गोचर भूमि मुक्त करवाने के संबन्ध में आश्वासन दिया और कहा कि अब मध्य प्रदेश की सरकार गोचर भूमि को कब्जा मुक्त करावेगी. उन्होंने अपने बयान में आग्रह करते हुए कहा कि जिन्होंने कब्जा किया है वह स्वतः ही गोचर भूमि छोड़ दें.


हालांकि पिछले दिनों एक कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने बड़ी घोषणा की थी. उन्होंने प्रदेश की चरनोई की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की बात कही थी. लेकिन गुना में चरनोई भूमि पर कब्जा करने का मामला सामने आने के बाद इस मुद्दे पर फिर सियासत शुरू हो गई है 


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