MP Politics: ग्वालियर चंबल अंचल से निकलेगा 2023 की जीत का रास्ता! बीजेपी बना रही रणनीति
MP Politics: 2018 के विधानसभा चुनाव में दलित वोटबैंक भाजपा के हाथ से छिटक गया था. इसके कारण यहां की 34 सीटों में से 26 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. इससे पहले 2013 के चुनाव में भाजपा को यहां 20 सीटें मिली थी.
ग्वालियरः मध्य प्रदेश की राजनीति में जीते के लिए कई अहम फैक्टर जरूरी हैं, उन्हीं फैक्टर में से एक फैक्टर है दलित वोटबैंक. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियों ने इस निर्णायक वोटबैंक को अपने पाले में करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. भाजपा ने 2023 के चुनाव को देखते हुए दलित वोटर्स पर पकड़ बनाने की कोशिश शुरू कर दी है. दरअसल 26 नवंबर को संविधान दिवस है और इसी दिन हमारा संविधान संसद द्वारा अपनाया गया था. ऐसे में भाजपा ने नवंबर में संविधान दिवस तक दलित वर्ग में अपनी पकड़ बनाने के लिए कई कार्यक्रम का आयोजन करने का फैसला किया है.
ग्वालियर चंबल से गुजरेगा जीत का रास्ता!
दलित वोटबैंक के लिए भाजपा का फोकस ग्वालियर चंबल अंचल पर ज्यादा है. ग्वालियर चंबल अंचल में दलित वोटबैंक निर्णायक स्थिति में हैं. बता दें कि ग्वालियर चंबल अंचल में विधानसभा की 34 सीटें आती हैं. एट्रोसिटी एक्ट के कारण हुई हिंसा से भाजपा को नुकसान हुआ था और 2018 के विधानसभा चुनाव में दलित वोटबैंक भाजपा के हाथ से छिटक गया था. इसके कारण यहां की 34 सीटों में से 26 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. इससे पहले 2013 के चुनाव में भाजपा को यहां 20 सीटें मिली थी. 2018 में मिली हार से भाजपा ने सबक लेते हुए अभी से ही ग्वालियर चंबल अंचल में दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश शुरू कर दी है.
बीजेपी बना रही रणनीति
भाजपा ने ग्वालियर चंबल अंचल के विभिन्न जिलों के अनुसूचित जाति मोर्चा के पदाधिकारियों की आज बैठक बुलाई. इस बैठक में भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और सांसद भोला सिंह भी शामिल हुए. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए भोला सिंह ने कहा कि दलित वर्ग पार्टी से नाराज है, उन्हें मनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. भोला सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि आजादी के इतने सालों के बाद भी कभी दलित वर्ग के साथ न्याय नहीं किया गया. बाबा साहब के सपनों को अगर कोई साकार कर रहा है तो वह सिर्फ बीजेपी है. भाजपा सांसद ने 2023 के चुनाव में बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया और कहा कि भाजपा को दलित वर्ग का पूरा समर्थन है.
कांग्रेस का बीजेपी पर पलटवार
वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के इन दावों पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि भाजपा दलित विरोधी पार्टी है और आज हर वर्ग बीजेपी से नाराज है. भाजपा से अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और सवर्ण समेत हर वर्ग नाराज है. अगले चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ होगा और बीजेपी को 2023 के चुनाव में ढूंढने से भी सीटें नहीं मिलेंगी. उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का एमपी में जो रूट फाइनल हुआ है, उसके तहत राहुल गांधी डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि महू भी जाएंगे. इससे साफ है कि कांग्रेस भी दलित वोटर्स पर अपनी पकड़ ढीली करने के मूड में नहीं है.