बदनापुरा की बदनाम गलियों में पहुंची MP पुलिस, मिला हैरान करने वाला सुराग
Gwalior Police Raid in Badnapura: मध्य प्रदेश में पुलिस गैर कानूनी कामों को लेकर एक्शन में है. मंगलवार को ग्वालियर में रेड लाइट एरिया के नाम से बदनाम बदनापुरा में छापा मारा गया. ये छापा पुलिस के ऑपरेशन शक्ति के तहत मारा गया.
Gwalior Police Raid in Badnapura: ग्वालियर। मंगलवार को ग्वालियर पुलिस और प्रशासन की टीम ने जिले के बदनापुरा में छापे मारे और पूरे गांव के लोगों के आधार कार्ड समेत अन्य रिकॉर्ड चेक किए. इसके साथ ही पुलिस ने पहचान पत्रों की कॉपी अपने पास जमा कराई है. पुलिस ने ये कार्रवाई ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपों के बाद की. यहां से फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा कई लोगों के पहचना पत्र जमा कराए गए हैं.
बदनापुरा में ऑपरेशन शक्ति शुरुआत
शहर में रेड लाइट एरिया के नाम से बदनाम बदनापुरा में मंगलवार को पुलिस प्रशासन की टीम ने ऑपरेशन शक्ति शुरू कर दिया है. क्राइम ब्रांच और जिला प्रशासन की करीब 15 सदस्य टीम बदनापुरा गांव में पहुंची. इस गांव में 3 दिन पहले पुलिस की रेड में 6 बच्चियां मिली थी, जिनमे से 3 बच्चियों के रिकॉर्ड आज तक नहीं मिले थे और आरोप ह्यूमन ट्रैफिकिंग के थे. इसके बाद से पुलिस के कान खड़े हुए
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपों के बाद कार्रवाई
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपों के कारण ऑपरेशन शक्ति शुरू किया गया. क्राइम ब्रांच की महिला अधिकारी के साथ ही पूरी टीम घर-घर दस्तक दे रही है. यहां हर घर में बच्चियों के आधार कार्ड जन्म प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. साथ ही इनके दस्तावेजों की फोटो कॉपी क्राइम ब्रांच अपने पास जमा कर रही है. साथ ही पुलिस के आला अधिकारी लगातार यहां नजर बनाए हुए हैं.
जांच में जुटी क्राइम ब्रांच और पुलिस
जानकारी यह भी मिली है कि फर्जी आधार कार्ड और बर्थ सर्टिफिकेट तैयार कराए गए हैं. इसी सिलसिले में किओस्क संचालक एक महिला और पुरुष का गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से बदनापुर गांव के 5 लोगों के दस्तावेज बरामद किए गए थे. अब पुलिस इस बात की जांच में लगी है कि बदनापुरा के तार और कहां तक जुड़े हैं, क्या वाकई में यहां से मानव तस्करी कराई जा रही थी.