प्रियांशु यादव/ग्वालियर: मध्यप्रदेश (MP News) के ग्वालियर (Gwalior News) में ओबीसी महासभा (OBC Mahasabha) ने पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति (scholarship for backward class students) के गबन के संबंध में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उच्च जाति के छात्रों ने पिछड़े और दलित वर्ग से होने का झूठा दावा किया और सरकार को 10 करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचाया है. बता दें कि उन्होंने ओबीसी महासभा ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और विभिन्न अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई है.साथ ही मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी गुहार लगाई है.


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जानें पूरा मामला?
दरअसल, ग्वालियर में ओबीसी महासभा ने सवर्ण समाज के छात्रों द्वारा पिछड़े वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप लेने के मामले में मध्य प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग सहित अन्य स्थानों पर लिखित शिकायत की है और इस मामले में वैधानिक कार्रवाई कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.


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10 करोड़ की स्कॉलरशिप का गबन
बता दें कि ओबीसी महासभा की शिकायत पर ही पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक आयोग ने साल 2020 से लेकर 2022 तक ऐसे दो दर्जन से ज्यादा छात्रों के बारे में शिकायत की थी. जिसके बाद जांच पड़ताल में खुलासा हुआ कि विदेश जाने वाले सभी छात्र राजपूत और ब्राह्मण समाज के थे. जबकि, वह खुद को दलित, पिछड़े वर्ग का बताकर विदेश गए थे और सरकार का करीब 10 करोड़ से ज्यादा का नुकसान किया था. वहीं मामले में आरोप है कि दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों का सवर्ण समाज के छात्रों ने हक मारा.


ओबीसी महासभा ने की शिकायत
इसी मामले को लेकर ओबीसी महासभा ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज, केंद्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग, अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मुख्य सचिव मध्य प्रदेश डीजीपी को की है.