ग्वालियर: पुलिस ने चंबल के खूंखार डकैत और 60 हजार के ईनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को जिला कोर्ट में पेश किया गया है. मामले में ग्वालियर पुलिस गुड्डा गुर्जर की रिमांड की मांग कर रही है. वहीं आज भारी सुरक्षा के बीच गुड्डा गुर्जर को कोर्ट में पेश किया गया है. गौरतलब है कि दो दिन पहले क्राइम ब्रांच ने घाटीगांव के जंगलों में शॉर्ट एनकाउंटर में गुड्डा को पकड़ने में सफलता हासिल की है. जिसके बाद पैर में गोली लगने बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चंबल अंचल में आतंक का पर्याय था गुड्डा गुर्जर
गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल अंचल में गुड्डा गुर्जर आतंक का पर्याय था और इसी के चलते  लंबे समय से पुलिस इसकी तलाश कर रही थी.यहां तक की उसकी तलाश में ग्वालियर चंबल अंचल की पुलिस के साथ-साथ राजस्थान की पुलिस भी थी. जिसके बाद उसे  घाटीगांव के जंगलों से पुलिस ने गिरफ्तार किया.


'शिव' राज में हर कुख्यात डकैत का हुआ अंत, जानिए किन डकैतों को मिली मौत और किसे कैद


बता दें कि  डकैत गुड्डा गुर्जर पर ₹60000 का इनाम था और पुलिस लगातार इसकी  तलाश में जुटी हुई थी.गुड्डा गुर्जर के पूर्व में कई साथी गिरफ्तार हो चुके थे.उसके परिजनों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था.जिसके चलते गुड्डा की गैंग धीरे-धीरे टूटने से वह कमजोर हो चुका था.


सीएम शिवराज के कार्यकाल में मारे गए या गिरफ्तार डाकू
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में लगभग दो दर्जन कुख्यात गैंगस्टर या डाकुओं को मार गिराया है या फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. जिनमें प्रमुख जगजीव सिंह (मुठभेड़ में मौत), चरना सिंह सिकरवार (गिरफ्तार), जगन गुर्जर(गिरफ्तार),गब्बर सिंह (मुठभेड़ में मौत), बाबू सिंह(गिरफ्तार), रामसहाय (गिरफ्तार), रामौतार (गिरफ्तार), रामविशेष उर्फ गूंगा (मुठभेड़ में मौत), राजेन्द्र सिंह (मुठभेड़ में मौत), पंजाब सिंह(गिरफ्तार), देवा बंजारा (गिरफ्तार), राजेन्द्र उर्फ गट्टा (मुठभेड़ में मौत), राजनारायण (मुठभेड़ में मौत), पप्पू गुर्जर (मुठभेड़ में मौत), बालक दास (मुठभेड़ में मौत), अनिल(गिरफ्तार) घीसा बंजारा (गिरफ्तार), भरोसी मल्लाह (मुठभेड़ में मौत), गुड्डा गुर्जर (गिरफ्तार) हैं.