Harda blast News Update: मध्य प्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट हो गया.  इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. कई घायलों की स्थिति गंभीर है. पटाखा फैक्ट्री संचालक के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस जुट गई है. सवाल ये है कि रिहायशी इलाके के करीब पटाखा फैक्ट्री बनी कैसे? इसका मालिक कौन था? जिसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. 


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बता दें कि पटाखा वाली फैक्ट्री के बारे में बड़ी जानकारी सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक ब्लास्ट वाली पटाखा फैक्ट्री के संचालक का नाम राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल है. ब्लास्ट के बाद से ही फैक्ट्री संचालक फरार है. दो साल पहले भी इनकी फैक्ट्री में विस्फोट हुआ तो दो लोग जिंदा जले थे, उसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा. उस समय फैक्ट्री को सील किया पर कमिश्नर की मेहरबानी से फिर चालू हुई. अब इस हादसे में 175 लोग झुलस गए है, 25 को गंभीर है. सभी को भोपाल रेफर किया गया है. 11 लोगों की इसमें मौत हो गई है. जबकि कई लोग अभी भी फंसे हुए है.


पहले भी हो चुकी है सजा
फैक्ट्री संचालक राजू उर्फ राजेश अग्रवाल को साल 2015 में 10 साल की सजा हो चुकी है और 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था. आरोपी को विस्पोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 5 के तहत दंडित किया गया था. जानकारी के मुताबिक पिछले 25 सालों से यह फैक्ट्री चल रही थी. अब सीएम मोहन यादव ने इस पूरे मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय जांट कमेटी का गठन किया है.


अनफिट थी फैक्ट्री?
वहीं हरदा एसडीएम केसी परते ने बताया कि पटाखा फैक्ट्री फिट नहीं थी, तभी तो यह हादसा हुआ है. कुछ समय पहले हरदा प्रशासन ने पटाखा फैक्ट्री को अनफिट घोषित कर दिया था. बाद में संभागायुक्त नर्मदापुरम ने इसे बहाल कर दिया था, फैक्ट्री करीब डेढ़ एकड़ में फैली है. यहां 300 से ज्यादा लोग काम करते हैं. जानकारी ये भी आ रही है कि बारुद का ओवर स्टॉक गोदाम में हुआ और हादसा होने की यही वजह रही होगी.


प्रशासन की मिली भगत से चल रही थी फैक्ट्री
वहीं इस पूरे मामले राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने कहा कि यह बड़ी लापरवाही है. यह प्रशासन की लापरवाही है. प्रशासन ने अनुमति क्यों दी? इससे पहले भी दो बार इस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है, लोग मारे जा चुके हैं. फैक्ट्री बंद कर दी गई थी पर फिर से प्रशासन की मिली भगत से इस फैक्ट्री का संचालन शुरू किया गया. कांग्रेस विधायक रो पड़े और कहां कि बारूद के खेल के हर एक किरदार पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए. प्रशासन की मिली भगत से यह खेल खेला जा रहा था. कांग्रेस विधायक ने कहा मुख्यमंत्री का आभार के उन्होंने जांच के निर्देश दिए हैं.