भोपाल: हाल ही में भोपाल के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (Police Training School in Bhopal) में हवलदारों और हेड कांस्टेबलों के लिए "अराजकता प्रबंधन"(chaos management) पर एक दिवसीय कार्यक्रम (one day program) का आयोजन किया गया था. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में राज्य के 150 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल ने भाग लिया था.ये सेशन अनियंत्रित स्थिति के दौरान ध्यान केंद्रित करने, कौशल को बढ़ाने और एफिशिएंसी में सुधार के लिए था.


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अराजकता प्रबंधन हमारे लिए महत्वपूर्ण
आईआईएम इंदौर के गवर्नमेंट अफेयर्स के मैनेजर (Manager of Government Affairs, IIM Indore) और ट्रेनिंग के दौरान एक रिसोर्स पर्सन रहे नवीन कृष्ण राय (Naveen Krishna Rai) ने कहा, “अगर सब कुछ नियंत्रण में है तो इसका मतलब है कि हम पर्याप्त तेजी से आगे नहीं बढ़ रहे हैं और जब हम तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं तो अराजकता हमारे विकास की यात्रा का एक अनिवार्य हिस्सा बन जाती है.अराजकता प्रबंधन (chaos management) हमारे लिए महत्वपूर्ण हो जाता है."


सोशल आइडेंटिटीस को रिवील करने की इम्पोर्टेंस
नवीन कृष्ण राय ने अलग-अलग स्थितियों में हमारी विभिन्न सोशल आइडेंटिटीस को समझने और रिवील करने की इम्पोर्टेंस के बारे में बताया. उन्होंने जागरूकता बढ़ाते हुए कहा कि ऐसी एक्टिविटी का पालन नहीं किया जाए. जो एक्सपेक्टेशंस को पूरा नहीं कर रही है. 


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एक ऐसे समाज की कल्पना हो जिसमें हर कोई अपने निर्णय लें
निर्णय सही है या गलत, इस बारे में बात करते हुए,नवीन कृष्ण राय ने कहा कि,यूनिवर्सल लॉ का प्रिंसिपल के अनुसार 'हमें एक ऐसे समाज की कल्पना करनी चाहिए.जिसमें हर कोई अपने निर्णय, उसी तरह से ले जैसे हम सोच रहे हैं और फिर,अगर हमें लगता है कि समाज बेहतर हो जाएगा तो हमें अपने निर्णय को सही मान लेना चाहिए, अन्यथा हमें उस निर्णय को लेने से बचना चाहिए.