प्रदीप शर्मा/भिंड: इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर (Indore Bawadi Accident) में हुए भीषण हादसे की वजह से 36 लोगों की जान चली गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. घटना के बाद लोग शासन और प्रशासन के ऊपर तरह तरह के आरोप लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि बावड़ी पर छत अवैध तरीके से डाली गई थी जिसकी वजह से घटना घटी. प्रदेश के भिंड (Bhind danger zone)में भी कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो किसी भी हादसे की दावत दे रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वनखंडेश्वर महादेव मंदिर
भिंड जिले में स्थित वनखंडेश्वर महादेव मंदिर काफी ज्यादा प्रसिद्ध है. यहां पर आए दिन भक्तों की तादात देखने को मिलती है. इस मंदिर के पास बना तालाब किसी बड़े हादसे को दावत दे रहा है. बता दें कि इस तालाब में आज के लभगग दो साल पहले चार बच्चों की एक साथ फिसलने की वजह से मौत हो गई थी.


इसके अलावा भी यहां पर नहाते वक्त हादसे हुए हैं इसके बावजूद भी जिला प्रशासन की तरफ से हादसे पर विराम लगाने के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इंदौर हादसे के बाद प्रशासन को सचेत होने की जरुरत है ताकि आने वाले समय में ऐसे हादसे फिर से न हों.


गौरी सरोवर 
स्थानीय लोगों के मुताबिक जिले के गौरी सरोवर में भी हमेशा खतरों का डर बना रहता है. इसके बावजूद भी प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया है. साल 2020 में शिवरात्रि के असवर पर यहां बड़ा हादसा हुआ था. भक्तों से भरी कार सरोवर में समा गई थी जिसकी वजह वजह से कार सवार तीन भक्तों की जान चली गई थी जबकि चार लोग घायल हो गए थे. 


कहा जा रहा है कि हाल में ही प्रशासन के द्वारा सरोवर का सौंदर्यीकरण कराया गया और सभी घाट को खत्म कर दिया गया है. इस पर रेलिंग और पाइप की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिसकी वजह से लोगों को हादसे का डर सता रहा है. बता दें कि लोग सरोवर का आनंद उठाने के लिए रेलिंग पर बैठते हैं जो काफी ज्यादा खतरनाक है. लोगों के मुताबिक अगर समय रहते प्रशासन नहीं चेता तो कई भी अनहोनी हो सकती है.