G-20 Summit 2023 Indore: मध्य प्रदेश के इंदौर में जी-20 देशों की कृषि कार्य समूह की बैठक सोमवार से की जा रही हैं. इस बैठक में 30 देशों के एक्सपर्ट शामिल हो रहे हैं. सोमवार को G-20 देशों की कृषि (agriculture) कार्य समूह में मध्य प्रदेश के किसानों की सक्सेज स्टोरी प्रदर्शित की गई. इस प्रदर्शनी में पीले और काले गेहूं के बाद सीहोर के नीले गेहूं (blue wheat) का भी स्टॉल लगा है. नीले गेहूं की बेकरी में इस्तेमाल के चलते मांग बढ़ रहीं हैं. वहीं एक्सपोर्ट के ऑर्डर भी मिलने शुरू हो गए हैं.


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आयोजन स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी
इंदौर में हो रहे G-20 देशों की बैठक में कृषि क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों की ब्रांडिंग की गई है. इसको लेकर यहां पर प्रदर्शनी लगाई गई है. इसमें डिंडोरी की लहरी बाई जिनके तारीफ पीएम मोदी कर चुके हैं, उनके 80 से अधिक मिलेट्स भी यहां प्रदर्शित किए गए हैं. वहीं सिमरोल की निशा पाटीदार के खास किस्म के शुगर फ्री आलू का भी स्टॉल लगाया गया. साथ ही पराली पर मशरूम की खेती के साथ ही मशरूम के हाई क्वालिटी बीज तैयार कर रहे  इंदौर के बायोटेक एरा ट्रांसफामेंशन इंडिया का भी स्टॉल लगाया गया.


जानिए दूसरे दिन का कार्यक्रम
जी-20 देशों की कृषि कार्य समूह की बैठक के दूसरे दिन आज यानी 14 फरवरी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठक में शामिल होंगे. इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया विभिन्न देशों से आए विशेषज्ञ से कृषि के क्षेत्र में होने वाली स्मार्ट वर्किंग, कृषि में ड्रोन का इस्तेमाल, नई तकनीक समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे. 


नीले गेहूं का फायदा
नीले गेहूं की यह किस्म न सिर्फ रंग में अलग है. बल्कि सामान्य गेहूं से कई गुना अधिक पोषक और सेहत के लिए लाभदायी है. नीला गेहूं ब्लड शुगर लेवल, कोलेस्ट्राल लेवल और शरीर में वसा का लेवल कम करने में सहायक होता है. नीले गेहूं की रोटी, ब्रेड और बिस्कुट भी नीले रंग के ही होते हैं, जो हमारे सेहत के लिए बहुत उत्तम है. 


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