Indore Ka Budget: इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने हंगामे के बीच इंदौर नगर निगम का साल 2024-25 का आठ हजार का बजट पेश कर दिया है. इसमें कई बड़े प्रावधान किए गए हैं. खास बात यह है कि 15 साल बाद बजट में टैक्स में बढ़ोत्तरी की गई है. इस दौरान विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया, ऐसे में अध्यक्ष को नेता प्रतिपक्ष को भी निलंबित करना पड़ा. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बजट में कई बड़े ऐलान किये हैं. 


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बजट में बड़े ऐलान 


  • शहर में पाठशाला शुरू होंगी. 

  • शहर में नए ब्रिज बनाए जाएंगे. 

  • दो प्रतिशत ग्रीन सेस कर लिया जाएगा. 

  • सिंगल आईडी से टैक्स वसूली का काम शुरू होगा. 

  • कचरा कलेक्शन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होगी. 

  • शहर में बाहर से पढ़ने वाले छात्रों को बस किराए में 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी. 

  • महिला सुपरवाइजर, उषा, आशा कार्यकर्ताओं को भी बस किराए में 75 प्रतिशत की छूट मिलेगी.

  • पॉश इलाकों के रेट झोन बदले जाएंगे


15 साल बाद बढ़ाया गया टैक्स 


इंदौर नगर निगम के बजट में 15 साल बाद टैक्स बढ़ा दिया गया है. संपत्ति कर में व्यवसायिक रूप से सात रुपए और रहने वाले इलाकों में जोन वाइज तीन रुपए बढ़ाए गए हैं. इंदौर महापौर ने कहा कि इंदौर नगर निगम में 29 नए गांव शामिल हुए हैं, ऐसे में इनके विकास के लिए टैक्स बढ़ाया गया है. वहीं जल कर में 100 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है. बता दें कि 15 साल पहले पेश हुए बजट में टैक्स बढ़ाया गया था. 


यह बड़े ऐलान भी हुए 


शहर में इस साल नगर निगम की तरफ से बड़ा कवि सम्मेलन करवाया जाएगा. इसके लिए बजट में प्रावधान किया गया है. वहीं महापौर केसरी स्पर्धा, गणेशोउत्सव के अनुदान को बढ़ाया गया है. यह अनुदान अब 30 की जगह पर 35 लाख रुपए का होगा. शहर में खेलों का बढ़ाने के लिए 2 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. वहीं शहर में पानी की 6 टंकियों का भी निर्माण किया जाएगा. शहर की पुरानी बावड़ियों का जीर्णोद्धार किया जाएगा. 


8 हजार करोड़ का बजट 


इंदौर देश का सबसे साफ शहर हैं, जबकि मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर हैं. ऐसे में इस बार शहर में आठ हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया है. जिसमें शहर के लिए अगले एक साल के लिए कई बड़े प्लान किए गए हैं. बता दें कि इंदौर लगातार 6 बार स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन चुका है. 


कांग्रेस ने किया हंगामा 


वहीं बजट के दौरान कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया. कांग्रेस के पार्षद तख्तियां लेकर सदन में पहुंचे थे. इस दौरान सभापति मुन्नलाल यादव ने पार्षदों को समझाया और चेतावनी भी दी. लेकिन पार्षद नहीं माने. नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने भी हंगामा किया. ऐसे में सभापति ने नेता प्रतिपक्ष को भी निलंबित कर दिया. 


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