इंदौर: इंदौर क्राइम ब्रांच (Indore Crime Branch) और वन विभाग (Forest Department ) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले दो अरोपियों को पकड़ा है. पकड़े गए दोनों तस्करों से पुलिस ने 14 दुर्लभ कछुए जब्त कर आगे की कार्रवाई के लिए वन विभाग को सौंप दिया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कई लोग तांत्रिक क्रिया करने के लिए उल्लू व कछुए को मुंह मांगी कीमत पर खरीदते हैं.


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इंदौर क्राइम ब्रांच टीम को मुखबिर से मिली थी सूचना  
दरअसल, इंदौर क्राइम ब्रांच टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शहर में वन्य प्राणियों की तस्करी करने वाले तस्कर कछुओं को लेकर विजयनगर क्षेत्र में घूम रहे हैं. सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच और वन विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए घेराबन्दी के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने अपना नाम धनंजय नागरकर और वरुण बताया है. आरोपियो की तलाशी लेने पर उनके पास से 14 कछुए मिले हैं. जिनकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है. 


इसलिए करते थे तस्करी
पूछताछ में आरोपियो ने बताया कि कई लोग तांत्रिक क्रिया करने के लिए उल्लू व कछुए को मुंह मांगी कीमत पर खरीदते हैं. इसलिए उन्होंने अवैध लाभअर्जित करने की नियत से ऊंचे दामों पर वन्य जीवों की तस्करी करना स्वीकार किया है. वहीं पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए दोनों आरोपियों धनंजय नगरकर और वरुण को वन विभाग को सौंप दिया है.


ऑस्ट्रेलिया की दुर्लभ प्रजाति के हैं कछुए
उधर, मामले को लेकर एडिश्नल पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने बताया कि इन आरोपियों के पास से कुल 14 कछुए जब्त किए गए हैं. इन आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और ये कछुए ऑस्ट्रेलिया की दुर्लभ प्रजाति के बताए जा रहे हैं.आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपी लंबे समय से कछुओं की तस्करी में लिप्त थे. आज आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था.जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.