अजय दुबे/जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर के मध्य स्थित ऐतिहासिक संग्राम सागर तालाब (Historic Sangram Sagar Pond) का सौंदर्य अब निखर कर आकर्षक और मनोहारी पर्यटन स्थल के रूप में नज़र आने लगा है और शेष कार्य पूर्ण कर इसका लोकार्पण 26 अप्रैल को किया जाएगा. जिसके बाद इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. इस चीज की जानकारी सांसद राकेश सिंह ने संग्राम सागर के निरीक्षण के दौरान दी. इस दौरान सांसद राकेश सिंह के साथ राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मीकि, विधायक अशोक रोहाणी, कलेक्टर सौरभ सुमन एवं नगर निगम कमिश्नर स्वप्निल वानखेड़े मौजूद रहे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, सांसद सिंह ने संग्राम सागर को पर्यटन के मेगा सर्किट में शामिल कराया था. ताकि इसे आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके और तब इसके विकास की कार्ययोजना तैयार कर विकास कार्य प्रारंभ हुआ था. अब इसका निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है और इसका लोकार्पण कर इसे पर्यटकों के लिए खोला जाएगा.


PM मोदी बोले- BJP ने करोड़ों दीदी को लखपति दीदी बनाया, कांग्रेस ने गांवों को नजरअंदाज किया


गोंड काल में बना था संग्राम सागर तालाब 
सांसद ने इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जबलपुर के 52 ताल- तलैयों में से एक संग्राम सागर तालाब जिसे गोंड काल में राजा संग्राम सागर ने बनवाया था और ब्रिटिश काल में इसे जबलपुर का एयर कंडीशनर भी कहा जाता था. यह स्थल चारों ओर से पहाड़ियों से घिरे होने के कारण अत्यंत रमणीक स्थल है. इसी के मद्देनजर इसे पर्यटन के मेगा सर्किट में शामिल कराया था और प्रारम्भ में इसकी साफ़ सफाई के लिए 9 दिनों तक सभी जनप्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओ के साथ श्रमदान भी किया गया था.


इतनी राशि हुई थी स्वीकृत
उन्होंने ने कहा कि पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने बनाई गई परियोजना के अनुरूप केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा 1 करोड़ 52 लाख रुपये की राशि मेगा सर्किट से स्वीकृत कराई थी, जिससे 1 करोड़ 22 लाख की लागत से कार्य सम्पन्न कराये गए. इसके पूर्व सांसद मद से 30 लाख रुपये इसके सौंदर्यीकरण हेतु दिए गए थे. जिससे इसके सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य किए हैं. संग्राम सागर का निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से कहा कि शेष कार्य शीघ्र करा कर, 26 अप्रैल को लोकार्पण के साथ ही इसे पर्यटकों के लिए खोला जाए.4