जबलपुर हादसे की कहानी चश्मदीद की जुबानी, मेन गेट पर रखा था जनरेटर, उसी में लगी आग
जबलपुर jabalpur के निजी अस्पताल में आग लगने की वजह से 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए. घायलों का इलाज जारी है. इस बीच घटना के कुछ चश्मदीद भी सामने आए हैं, जिन्होंने घटना का आंखों देखा हाल बताया है. फिलहाल मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा कर दी गई है, जबकि मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं.
जबलपुर। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी यानि जबलपुर jabalpur में आज एक बड़ा हादसा हो गया. शहर की एक निजी अस्पताल में आग लगने की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. घटना के बाद दूसरे मरीजों को अस्पताल सें बाहर निकाला गया, जबकि फॉयर बिग्रेड ने जब तक आग पर काबू पाया तब तक बहुत नुकसान हो चुका था. फिलहाल कई मरीजों की हालत गंभीर है, जिनका इलाज जारी है. घटना के बाद के कुछ चश्मदीद भी सामने आए हैं. जिन्होंने घटना की पूरी वजह बताई.
जनरेटर की वजह से लगी आग
घटना के बाद मरीज के साथ अस्पताल में रुकी महिला दर्शना बाई ने बताया कि ''वह अपनी मां को लेकर अस्पताल में आई थी, लेकिन अस्पताल में लाइट नहीं थी, लाइट जाने की वजह से जनरेटर चालू किया गया. लेकिन जनरेटर चालू होने के बाद एक मिनट तो लाइट रूकी उसके बाद एक धमाका हुआ और आग फेलने लगी. महिला ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि वह खिड़की से अस्पताल के वार्ड में आ रही थी.''
पर्दों में लग गई आग
महिला ने बताया कि आग इतनी तेज थी, कुछ ही देर में खिड़कियों में लगे पर्दे जलने लगे. आग तेजी से फैलने लगी, उसके बाद मरीजों के परिजन ही बेड खीचकर ऊपर ले गए. बड़ी मुश्किल से मरीजों को बाहर निकाला गया. धुंआ इतना तेजी से फेला कि कुछ समझ नहीं आया.''
जनरेटर फट गया था
वहीं अन्य व्यक्ति ने बताया कि ''जनरेटर फटने की वजह से अस्पताल में आग लगी. धमाका इतना जोरदार था कि आग चंद मिनट में ही पूरी अस्पताल में फेल गई. मौके पर मौजूद लोगों ने मरीजों को बाहर निकालना शुरू किया. लेकिन कई लोगों को बचाया नहीं जा सका.'' बता दें कि जनरेटर अस्पताल के मुख्य दरवाजे के करीब ही रखा था और आने-जाने का एकमात्र रास्ता भी यही था, जिसके चलते आग फैलने की वजह से लोगों को निकलने का रास्ता नहीं मिला.
8 लोगों की मौत
जबलपुर की जिस अस्पताल में आग लगी है, उसका नाम न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल New Life Multi Specialty Hospital Jabalpur है. फिलहाल इस घटना में 8 लोगों की मौत की खबर है. जबकि बताया जा रहा है कि अस्पताल में 35 लोग थे ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है. वहीं घटना की जांच के निर्देश भी सरकार द्वारा दे दिए गए हैं. हादसे की जांच जबलपुर डिवीजनल कमिश्नर बी चंद्रशेखर करेंगे. फिलहाल मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है.
मुआवजे की घोषणा
वहीं इस घटना के बाद सरकार की तरफ से मुआवजे की घोषणा कर दी गई है. सीएम शिवराज ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 60 हजार की सहायता दी जाएगी. सीएम ने जबलपुर के निजी अस्पताल में अग्निकांड पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि अग्निकांड पीड़ितों की समुचित सहायता की जाएगी.
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