भोपाल। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) को मोदी सरकार में एक और बड़ी जिम्मेदारी मिली है, उन्हें नगर विमानन मंत्रालय के साथ-साथ इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. उन्हें आरसीपी सिंह की जगह इस्पात मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई. ऐसे में सिंधिया ने आज इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल ली. लेकिन जब से वह बीजेपी में शामिल हुए हैं, उनका कद पार्टी में तेजी से बढ़ रहा है. अब तक उन्हें कई बड़ी जिम्मेदारियां मिल चुकी हैं और वह बीजेपी के फ्रंड लाइन लीडरों में शुमार हो गए हैं. 


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सिंधिया को तेजी से मिल रहा प्रमोशन 
आमतौर पर बीजेपी में जो लोग संघ से नहीं होते हैं, उन्हें तेजी से कोई बड़ा पद नहीं मिलता है, लेकिन सिंधिया इस मामले में अब तक अपवाद साबित हुए हैं, क्योंकि वह 2019 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे, तब से ही भाजपा में उनका तेजी से प्रमोशन हो रहा है. सियासी आंकड़ों को देखा जाए तो सिंधिया के 2 साल में 4 प्रमोशन हो चुके हैं, जबकि इस्पात मंत्रालय के तौर पर उनको पांचवीं जिम्मेदारी मिली है.  यानि बीजेपी ने दो साल के अंदर ही उन्हें सरकार से लेकर संगठन तक में बड़ी जिम्मेदारी दे दी है.


अब तक सिंधिया को मिल चुकी है यह बड़ी जिम्मेदारियां 
दरअसल, बीजेपी में शामिल होने के बाद अब तक चार बड़े पद मिल चुके हैं. जब वह बीजेपी में शामिल हुए थे, तभी बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था. इसके बाद मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर नगर विमानन जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. 


इसके बाद 4 अक्टूबर 2021 को उन्हें बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्यसमिति में जगह दे दी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया. जबकि प्रदेश की भाजपा कार्यसमिति में भी सिंधिया सदस्य है. इसके अलावा प्रदेश भाजपा की चुनाव समिति में भी सिंधिया शामिल है. यह समिति ही प्रदेश के सभी बड़े फैसले लेती है. यानि सिंधिया का सरकार से लेकर संगठन तक में पूरा दखल है. जो उनकी बीजेपी में तेजी से बढ़ते कद की गवाही देता है. 


शिवराज मंत्रिमंडल में भी दबदबा 
एक तरफ सिंधिया मोदी सरकार के बड़े मंत्रियों में शामिल हैं, तो दूसरी तरफ प्रदेश की शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल में भी उनका दबदबना बना हुआ है. सिंधिया समर्थक 19 विधायकों में से 11 फिलहाल मंत्री हैं, जबकि उनके 6 नेताओं को निगम-मंडल की कमान मिली है. खास बात यह है कि इन मंत्रियों के पास प्रदेश सरकार के बड़े विभाग है. जिससे केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार तक की राजनीति में उनका सीधा दखल है. जबकि अब सिंधिया को इस्पात जैसे बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी भी मिल चुकी है. 


क्यों बढ़ रहा है सिंधिया का कद 
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सिंधिया का बीजेपी में कद बढ़ने की कई वजह हैं. सबसे बड़ा कारण तो यह है कि बीजेपी को सिंधिया में भविष्य के लिए कई संभवानाएं दिख रही है. जिसके चलते पार्टी उन्हें प्रमोट कर रही है. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ अपने संबंध इतने मजबूत कर लिए हैं कि जैसे लगता है वह शुरू से ही बीजेपी का ही हिस्सा रहे हैं, खास बात यह है कि वह भले ही 17 साल तक कांग्रेस में रहे लेकिन उनके परिवार का राजनीतिक संबंध बीजेपी से भी मजबूत रहा ऐसे में उन्हें अपने आप को बीजेपी में ढालने में वक्त नहीं लगा और वह बीजेपी आलाकमान के खास हो गए. इसके अलावा मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं, जहां सिंधिया बीजेपी का एक बड़ा चेहरा होंगे. 


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