मुरैना। मध्य प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए बीजेपी का प्रचार तेज हो गया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी आखिरी दौर में मुरैना में मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. सिंधिया ने कहा कि 2018 में एक सरकार बनी थी, जिसे केवल दो लोग चलाते थे. लेकिन जब विचारधारा से हटे तो सबको पता है क्या हुआ. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कांग्रेस ने मुरैना में कोई काम नहीं किया 
सिंधिया ने बीजेपी प्रत्याशी मीना जाटव के पक्ष में वोट करने की अपील करते हुए कहा कि ''आप मीना जाटव को महापौर बनाए क्योंकि कांग्रेस ने मुरैना में कोई काम नहीं किया है. क्योंकि ये लोग चुनाव जीतने के बाद अपना मुंह भी केवल एक बार दिखाते हैं. अगर आपने उनका महापौर प्रत्याशी  चुन लिया तो वे पांच साल तक मुंह नहीं दिखाएंगे. इस दौरान सिंधिया ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि  चुन लिया तो वे पांच साल तक मुंह नहीं दिखाएंगे.''


सिंधिया ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को लेकर कहा कि कांग्रेस की सरकार केवल इन्ही दो लोगों की जेब में रहती थी. जब हमारी विचारधारा से हटकर चली तो हमने पटखनी देकर धूल चटा दी, इस दौरान सिंधिया न जनता पूछा कि हमने सही किया कि नहीं. 


तोमर की तारीफ 
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नरेद्र सिंह तोमर की भी जमकर तारीफ की उन्होंने कहा कि तोमर ने मुरैना के लिए बहुत विकास किया है. इसलिए सभी देवतुल्य मतदाताओं से अधिकाधिक मतदान करने भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाने का अनुरोध किया. 


दो बार सिंधिया परिवार के चलते गिरी कांग्रेस सरकारें 
दरअसल, मध्य प्रदेश में सिंधिया परिवार की वजह से दो बार कांग्रेस की सरकारें गिरी हैं. सबसे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया की बगावत की वजह से कांग्रेस के डीपी मिश्र की सरकार गिरी थी. जहां सरकार गिरने के बाद गोविंद नारायण सिंह मुख्यमंत्री बने थे. वहीं 2019 में उनके ही पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से कांग्रेस के कमलनाथ की सरकार गिर गई. जहां बाद में शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे. इस तरह दो बार कांग्रेस की सरकार गिरने की वजह सिंधिया परिवार बना. 


WATCH LIVE TV