कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे पर भड़के ज्योतिरादित्य सिंधिया, बोले- अपने गिरेबान में झांके
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्यप्रदेश में हो रहे दलित अत्याचारों को लेकर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा हैं. उनके इस बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है.
हरीश गुप्ता/छतरपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्यप्रदेश में हो रहे दलित अत्याचारों को लेकर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा हैं. उन्होंने कहा कि एमपी के दलित आदिवासी और पिछड़े वर्ग के नागरिक दशकों से भाजपाई कुशासन में अपमान का घूंट पी रहे हैं. भाजपा, हर दिन बाबासाहेब अंबेडकर जी के सामाजिक न्याय के सपने को चूर-चूर कर रही है. वहीं इसे लेकर अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है.
बता दें कि महाराजपुर क्षेत्र मे दलित पर मैला डालने के मामले मे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ट्वीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की जरुरत है.
क्या कहा सिंधिया ने
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ट्वीट को लेकर कहा कि कांग्रेस राज्यों में क्या-क्या नहीं हो रहा है? राजस्थान में रोजाना कुछ न कुछ अत्याचार की घटनाएं आ रही हैं. खड़गे जी को अपने गिरेबान मे झांकना चाहिए. पेशाब कांड में शिवराज सरकार ने आरोपी पर त्वरित कार्रवाई की, यहां तक के आदिवासी युवक के पैर सीएम शिवराज ने धोए. लेकिन कांग्रेस इन सब पर राजनीति कर रहे हैं तो ये निंदनीय है. आदिवासियों का मान सम्मान हमारी सरकार करती है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या ट्वीट किया था?
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर लिखा था कि मध्य प्रदेश में एक महीनें में ही दलित-आदिवासी अत्याचार की दूसरी बेहद निंदनीय व पीड़ादायक वारदात हुई है, जो मानवता को शर्मसार कर देने वाली है.
NCRB Report (2021) के मुताबिक़, भाजपा शासित मध्य प्रदेश में -
- दलितों के ख़िलाफ़ अपराधों का रेट सबसे ज़्यादा है.
- आदिवासियों के ख़िलाफ़ सबसे अधिक अपराध हुए है, हर दिन 7 से ज़्यादा अपराध हुए.
मध्य प्रदेश के हमारे दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के नागरिक दशकों से भाजपाई कुशासन में अपमान का घूंट पी रहे हैं. भाजपा का "सबका साथ", केवल विज्ञापनों में सिमटकर, एक दिखावटी नारा और PR Stunt बनकर रह गया है. भाजपा, हर दिन बाबासाहेब अंबेडकर जी के सामाजिक न्याय के सपने को चूर-चूर कर रही है. हम मांग करते हैं कि छतरपुर जिले की इस घटना पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए.