MP Politics: कमलनाथ के करीबी कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा बीजेपी में शामिल, सीएम शिवराज ने दिलाई सदस्यता
MP Politics: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है, पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्हें सीएम शिवराज ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई.
MP Politics: कांग्रेस नेता और कमनलाथ के करीबी माने जाने वाले नरेंद्र सलूजा बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें आज सीएम हाउस में बीजेपी की सदस्यता दिलाई. फिलहाल नरेंद्र सलूजा कांग्रेस के मीडिया प्रभारी थे. लेकिन अब उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है. नरेंद्र सलूजा मध्य प्रदेश के इंदौर से आते हैं. बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया है.
खालसा कॉलेज में हुई घटना के बाद खुली आंखें: सलूजा
बीजेपी में शामिल होने के बाद नरेंद्र सलूजा ने कहा कि '' इंदौर के खालसा कॉलेज में हुई घटना के बाद उनकी आंखें खुली है, इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है. बीजेपी की राजनीति से प्रभावित होकर वह बीजेपी में शामिल हुए हैं.'' बता दें कि नरेंद्र सलूजा प्रदेश में कांग्रेस का सिख चेहरा माने जाते थे, जबकि उनकी गिनती कमलनाथ के सबसे करीबी नेताओं में होती थी, लेकिन अब सलूजा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बता दें कुछ दिन पहले कमलनाथ इंदौर के खालसा कॉलेज पहुंचे थे, जहां उनका विरोध हुआ था.
कमलनाथ के मीडिया समन्वयक थे सलूजा
बता दें कि वर्तमान में नरेंद्र सलूजा पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया समन्वयक थे, जबकि वह कांग्रेस कमेटी में भी कई पदों पर रह चुके हैं. लंबे समय से कमलनाथ के साथ काम कर रहे थे सलूजा, इस बीच उन्हें कांग्रेस ने मीडिया विभाग से बर्खास्त कर दिया था, हालांकि बाद में उनकी वापसी भी हुई थी. लेकिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच सलूजा ने बीजेपी का दामन थामकर कांग्रेस को एक तरह से बड़ा झटका दिया है.
बीजेपी के परिवार में उनका स्वागत है: सलूजा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस पर नरेंद्र सलूजा को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. सीएम शिवराज ने नरेंद्र सलूजा का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि सलूजा के आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी, बीजेपी परिवार में उनका ह्रदय से स्वागत है. बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश आने से पहले ही प्रदेश में दलबदल की चर्चा खूब हो रही थी.