कमलनाथ ने अपने ही विधायकों को दिया 6 महीने का अल्टीमेटम, मामले में BJP की एंट्री
मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अभी से तैयारियों में जुटी है. इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने विधायकों के लिए 6 महीने का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने सभी विधायकों को यह काम 6 महीने में पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
प्रिया पांडे/भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का समय जितने नजदीक आता जा रहा है. उतनी ही तेजी से प्रदेश की सियासत बदल रही है. कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुटी हुई है. खुद कमलनाथ हर एक कार्यक्रम पर नजर बनाए हुए हैं, जबकि संगठन में अब तक कई अहम बदलाव भी कर चुके हैं. लेकिन अब कमलनाथ ने अपने ही विधायकों को अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने विधायकों को 6 महीने में एक काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन इस पूरे मुद्दे में बीजेपी भी एंट्री हुई हैं.
कमलनाथ का विधायकों को अल्टीमेटम
कांग्रेस ''मिशन 2023'' की तैयारी में जुट गई है, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सभी विधायक और पूर्व मंत्रियों की जमीनी पकड़ को मजबूत करने के लिए टास्क सौपा है, सभी को छह महीने अपने क्षेत्र की जनता के बीच जाना होगा, क्षेत्र की समस्याएं क्या है, क्षेत्र के मूल मुद्दों से रूबरू होना होगा. जबकि इन सभी समस्याओं को लेकर कांग्रेस विधायकों को सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठानी होगी. कमलनाथ ने इस काम के लिए सभी विधायकों को 6 महीने का समय दिया है.''
जमीनी स्तर पर काम करने के निर्देश
दरअसल, बताया जा रहा है कि कमलनाथ ने सभी विधायकों को उनके क्षेत्र में एक्टिव होने के निर्देश इसलिए दिए हैं ताकि 2023 तक हर एक विधानसभा सीट पर खुद को मजबूत किया जा सके. क्योंकि कुछ विधायक और पूर्व मंत्रियों की जमीनी पकड़ से कमलनाथ चिंतित है. ऐसे में उन्होंने विधायकों को जमीनीस्तर पर काम करने, जनता से सीधा जुड़ने के निर्देश दिए हैं. ताकि चुनाव तक स्थिति को ठीक किया जा सके.
जनता की आवाज उठाएंगेः पीसी शर्मा
खास बात यह है कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब कमलनाथ ने अपने ही विधायकों को इस तरह का निर्देश दिया है. बल्कि इसके पहले भी वह विधायकों को अलर्ट रहने के आदेश दे चुके हैं. उन्होंने सभी विधायकों से अपने क्षेत्र में जमीनी पकड़ मजबूत करने की तरफ ध्यान देने की बात कही है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा छह महीने नहीं बल्कि हमें चुनाव तक जनता के बीच जाना है, लोगों के बीच जाएंगे तभी जनता की आवाज बन पाएंगे, तभी हमारी जमीनी स्थिति और मजबूत होगी.
बीजेपी ने साधा निशाना
वहीं कमलनाथ के विधायकों को दिए गए अल्टीमेटम पर बीजेपी ने निशाना साधा है. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा इसका मतलब उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि कांग्रेस के विधायकों की स्थिति बत से बत्तर है, उन्हें स्वीकार करना पड़ेगा क्योंकि नगरीय निकाय के जो परिणाम आए उसमें तीन तीन विधायक महापौर के चुनाव में उतरे थे, लेकिन तीनों को हार का सामना करना पड़ा. बता दें कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस अभी से तैयारियों जुटी है. ताकि चुनाव तक कोई मौका न छोड़ा जाए.