कमलनाथ नहीं चाहते थे दिग्गी राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, शिवराज के कद्दावर मंत्री का बड़ा दावा
शिवराज सरकार के एक वरिष्ट मंत्री ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि कमलनाथ नहीं चाहते थे कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, इसलिए वह राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस से बाहर हो गए हैं. जिससे एक बार फिर कांग्रेस की अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है.
प्रमोद शर्मा/भोपाल। कल तक दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे नजर आ रहे थे, लेकिन आज समीकरण पूरी तरह से बदल गए. अब कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे नजर आ रहे हैं. उन्होंने नामांकन भी भर दिया है. दिग्विजय सिंह ने भी उनके के नाम का समर्थन किया है. वहीं दिग्विजय सिंह के रेस से पीछे होने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है. शिवराज सरकार के एक कद्दावर मंत्री ने बड़ा दावा किया है.
कमलनाथ नहीं चाहते थे दिग्विजय सिंह अध्यक्ष बने
दिग्विजय सिंह के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद शिवराज सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि ''कांग्रेस इस वक्त आंतरिक कलह से जूझ रही है, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ नहीं चाहते थे कि दिग्विजय सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. इसलिए दिग्विजय सिंह इस रेस से पिछड़ गए. भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता लगातार पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, आज के वक्त में कांग्रेस में केवल अंतरर्कलह चल रही है.''
वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि ''कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है और उसमें ही लोग दरबारी बन रहे हैं, आज गांधी परिवार का दरबारी अध्यक्ष बन रहा है, लेकिन बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है कांग्रेस परिवार की पार्टी है.'' बता दें कि दिग्विजय सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद एमपी बीजेपी के नेता लगातार कांग्रेस नेताओं पर निशाना साध रहे हैं.
वहीं आज सुबह इस मुद्दे पर कमलनाथ ने भी बड़ा बयान दिया, कमलनाथ ने कहा कि ''मुझे सुबह दिग्विजय सिंह ने फोन किया था, उन्होंने यह बात स्पष्ट कर दी है कि वह राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेशन नहीं भरेंगे, दिग्विजय सिंह मल्लिकार्जुन खड़गे का साथ देंगे. इसके अलावा कमलनाथ ने कहा कि मेरा वोट मल्लिकार्जुन खड़गे को जाएगा क्योंकि वो नामांकन भर रहे हैं और वो राज्यसभा के सदस्य हैं, मलिकार्जुन खड़गे वरिष्ठ है और दक्षिण से हैं दक्षिण को भी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. दिग्विजय सिंह 10 साल मुख्यमंत्री रहे और एक अच्छे नेता हैं उनको मध्य प्रदेश के बारे में अच्छी जानकारी है.'