kamalnath cake controversy: प्रिया पांडेय/भोपाल।  कमलनाथ के मंदिर का आकार की तरह केक काटने वाले मुद्दे पर प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है. बीजेपी लगातार कांग्रेस और और कमलनाथ पर निशाना साध रही थी, वहीं अब पहली बार प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी केक काटने के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पूरे मामले में बीजेपी पर निशाना साधा है. बता दें कि आज कमलनाथ का जन्मदिन भी है, जहां उनके निवास पर समर्थकों की भीड़ भी जुटी है. 


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मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता 
केक विवाद को लेकर लगातार भाजपा कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साध रही थी, लेकिन आज भोपाल में जब कमलनाथ से केक काटने वाले मुद्दे पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ''बीजेपी के पास मुद्दों की है कमी नहीं है, जनता सब जानती है. ये फालतू बात है जो है वो वीडियो में है, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं.'' इससे ज्यादा कमलनाथ ने इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा. बता दें कि बीजेपी इस मुद्दे पर लगातार कमलनाथ पर निशाना साध रही है. 


मैं पूरी यात्रा में रहूंगा
वहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कमलनाथ ने कहा कि '' भारत जोड़ो यात्रा में आम जनता अपने दिल से आ रही है, हमें किसी को कहने की जरूरत नहीं है. सब लोग अपनी मर्जी से आ रहे हैं. वहीं जब उनसे पूछा गया कि वह भी यात्रा के दौरान पूरे समय मौजूद रहेंगे, जिस पर कमलनाथ ने कहा कि मैं पूरी यात्रा में राहुल गांधी के साथ रहूंगा.'' जबकि जन्मदिन पर समर्थकों से मिली बधाई पर कमलनाथ ने कहा कि मैं सभी का शुक्रिया करता हूं. मैं आज बहुत इमोशनल हूं मुझे उम्मीद नहीं थी इतने प्यार की, लोगों का ये प्यार मुझे बल शक्ति देता है. 


क्या है केक काटने का पूरा मामला 
दरअसल, मामला दो दिन पहले का है, कमलनाथ जब अपने गृह जिले छिंदवाड़ा के दौरे पर थे, तब कमलनाथ के जन्मदिन से पहले उनके समर्थकों ने उनका जन्मदिन मनाया. इस दौरान जो केक बुलाया गया वो 4 लेयर का था. सबसे नीचे की लेयर पर लिखा हुआ हैं- हम हैं छिंदवाड़ा वाले, इससे उपर दूसरी पर लिखा था जीवेत शरद: शतम्, तीसरी लेयर पर लिखा है माननीय कमलनाथ जी और चौथी लेयर पर जननायक लिखा हुआ है. सबसे ऊपर मंदिर की तरह शिखर और भगवा झंडा था जिसपर हनुमान जी का फोटो लगी हुई थी. दावा किया जा रहा है कि कमलनाथ ने यही केक काटा था. हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि कमलनाथ ने इस मंदिरनुमा के केक को आगे रखा और इसके पीछे रखा एक अन्य केक काटा है. लेकिन अब यह मुद्दा बढ़ता जा रहा है.  


कमलनाथ के इस केक काटने के बाद मुद्दे ने तूल पकड़ लिया, बीजेपी ने इस मामले में कमलनाथ और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. जबकि कुछ संतों ने भी इस मामले में कमलनाथ का विरोध जताया था. जिससे यह पूरा मामला प्रदेश के सियासी गलियारों में तूल पकड़े हुए हैं. 


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