प्रमोद शर्मा/भोपाल: भारत के स्वतंत्रता संग्राम में प्रभावी रही खादी अब देश के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में भी दिखाई देगी. दरअसल नेशनल मेडिकल कमीशन ने पत्र लिखकर देश के सभी मेडिकल कॉलेजों को यह सुझाव दिया है कि वह डॉक्टरों के एप्रेन से लेकर अस्पताल में उपयोग होने वाले बेडशीट और पर्दे तक खादी से तैयार करें. इसका दूसरा फायदा यह भी है कि खादी के उपयोग ने खादी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा.


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क्या मिलेगा इसका फायदा
1. खादी मौसम के साथ अनुकूल होती है.
2. कई घंटों तक पहनने के बाद भी डॉक्टरों को असुविधा नहीं होगी.
3. इससे खादी उघोग को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार भी बढ़ेगा.
4.खादी वस्त्र ईकोफ्रेंडली होते हैं, यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं.


जानिए कहा होगा खादी का उपयोग
NMC के मुताबिक सभी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, मरीजों के गाउंस, बेड-शीट, पिलो कवर, एप्रेन, पर्दे के लिए खादी का उपयोग किया जाएगा.


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इसलिए बदलाव की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि खादी से बने उत्पाद स्वास्थ्य के लिहाज से बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होते हैं. वहीं डॉक्टरों को ड्यूटी के दौरान हर वक्त सफेद कोट पहने होते है, इसलिए उन्हें खादी से बने सफेद कोट का उपयोग करना चाहिए. इसका फायदा ये है कि गर्मी में भी ये कपड़ा ठंडा देगा.