खंडवा: प्याज की फसल का भाव नहीं मिलने पर किसानों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट चौक पर धरना दिया. यहां उन्होंने  एक रुपए में चार किलो प्याज बेची. किसान गले में प्याज की माला पहनकर धरने पर बैठ गए. उनका कहना है कि उन्‍होंने बड़ी उम्मीद से फसल उगाई थी, लेकिन बाजार में भाव नहीं मिलने से उनको भारी नुकसान हो रहा है. मंडी में प्याज का थोक बाजार 4 से 5 रुपए किलो है, जबकि प्याज की लागत ही 12 रुपए किलो है. 


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प्याज लेने के लिए लोगों की भीड़ लग गई
किसानों ने राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के बैनर तले कलेक्ट्रेट में अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. धरना स्थल पर ही प्याज का ढेर लगा कर किसानों ने एक रुपए में चार किलो प्याज बेची. किसानों ने आवाज उठाई और राहगीरों का ध्यान अपनी ओर खींचा. ये देख एक रुपए में चार किलो प्याज लेने के लिए लोगों की भीड़ लग गई.


4 से 5 रुपए किलों बिकी प्याज
किसानों ने कहा कि ये प्रदर्शन अपनी स्थिति बताने के लिए किया गया है. बाजार में प्याज का थोक भाव 4-5 रुपए प्रति किलो है, जबकि खुद प्याज का लागत करीब 12 रुपए प्रति किलो है. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने कहा कि इस तरह वे अपना जीवन यापन कैसे करेंगे. किसानों ने कहा कि इस रेट में प्याज की बिक्री से उन्हें क्या फायदा होगा.


बता दें कि मौके का फायदा उठाकर लोगों ने सस्ता प्याज भी खरीदा. किसानों के प्रदर्शन के बारे में लोगों ने कहा कि किसान मेहनत करके अपनी फसल का उत्पादन करता है और उसे उचित मूल्य नहीं मिलता है, तो सरकार को किसानों की आर्थिक स्थिति को समझते हुए आवश्यक कदम उठाने चाहिए. धरने के बाद किसान प्याज का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर ज्ञापन देने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.