Khargone Bus Accident Updates: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में हुई बस दुर्घटना के संबंध में थाना ऊन में गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज किया गया है. धारा 304,34 भादवि का अपराध आरोपी बस चालक सुनील राठौर,बस कंडक्टर संतोष बारचे एवं बस मालिक प्रवीण सोनी के विरुद्ध पंजीबद्ध किया गया. बता दें कि आरोपियों के द्वारा जानबूझकर क्षमता से अधिक सवारी बस में भरी. तेज गति से वाहन (बस) को चलाया गया.  बस चालक, कंडक्टर एवं बस मालिक द्वारा यह कृत्य किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चालक काफी तेज गति से बस चला रहा था: घायल
बता दें कि खरगोन बस हादसे में घायल हुई रानू ने घटना की सच्चाई बताते हुए कहा कि चालक काफी तेज गति से बस चला रहा था. कुछ लोगों ने उसे टोका भी लेकिन वह नहीं माना. खरगोन बस हादसे में घायल मरीज रेफर किए गए इंदौर पहुंचे. एमवाय अस्पताल के अधीक्षक पीएस ठाकुर ने बताया कि तीन घायल मरीज एमवाय अस्पताल पहुंचे हैं. इनमें रानू बाई, तेजा बाई और रानू बाई के पुत्र कान्हा यहां पहुंचे हैं. हालांकि कान्हा को मामूली चोटें आई हैं, लेकिन रानू बाई और तेजा बाई को सिर और पीठ में चोटें आई हैं. सीटी स्कैन एमआरआई समेत उनके टेस्ट किए जा रहे हैं. फिलहाल तीनों की हालत खतरे से बाहर है, अभी और मरीज आने की आशंका है.हमने उनके इलाज की भी तैयारी कर ली है.


उन्होंने आगे कहा कि सुबह जब हादसा हुआ तब लग रहा था कि बहुत सारे मरीज यहां आएंगे. इसलिए हमने वार्ड तीन,वार्ड वन और कैजुअल्टी में पूरी तैयारी करके रखी थी, लेकिन दुर्भाग्य से मौतें ज्यादा होने की वजह से गंभीर मरीज यहां नहीं पहुंच पाए. अभी यहां तीन ही मरीज पहुंचें हैं,एक-दो मरीजों को रेफर किया गया है. वे भी यहां आएंगे तो उनका इलाज भी किया जाएगा.


khargone bus accident update: खरगोन हादसे पर शिवराज सरकार का एक्शन, इस अधिकारी को किया सस्पेंड


अभी हालत ठीक है: घायल के पति वंशीलाल
वहीं घायल तेजा बाई के पति वंशीलाल का कहना है कि हम खरगोन के कुसमरी गांव के रहने वाले हैं. फोन करने पर पता लगा कि एक्सीडेंट हो गया है. हम बहुत गरीब लोग हैं,खेती करते हैं,लेकिन पानी न होने की वजह से वो भी नहीं कर पा रहे हैं. सरकार इलाज करा रही है,अभी हालत ठीक है.


रानू बाई ने घटना की सच्चाई बताई
बस हादसे में घायल डाबरी गांव की रहने वाली 30 साल की रानू बाई ने जी मीडिया से बात करते हुए बताया कि वो अपने परिवार के साथ खरगोन से इंदौर आ रही थी. ड्रायवर बहुत तेज गति से बस चला रहा था,वो लेट आया था और लेट होने की वजह वो बस बहुत तेज दौड़ा रहा था. कुछ लोगों ने उसे टोका भी, लेकिन वो नहीं माना. पूरी बस भरी थी और एक दम से पुल के नीच गिर गई. जब बस गिरी तब मैं बेहोश हो गई थी. इसमें ड्राइवर की गलती है. स्थानीय लोगों ने मुझे बस के बाहर निकाला. मेरे साथ मेरे बच्चे,मेरी मां,मेरी बहन और मेरी बहन की लड़की मेरे साथ थी. उनकी कैसी हालत है,मुझे नहीं पता. मुझे मिले ही नहीं,बस वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए.


रिपोर्ट: शिव शर्मा (इंदौर)/राकेश जायसवाल (खरगोन)