Kubereshwar Dham Pandit Pradeep Mishra: मध्य प्रदेश के सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव ( Rudraksh Mahotsav) कर तेजी से चर्चा में आए और मीडिया में सुर्खी बने पंडित प्रदीप मिश्रा को एक करोड़ रुपये हर्जाने (One Crore Compensation Notice) का नोटिस भेजा गया है. ये नोटिस इंदौर के एक महिला ने अपने वाकील के माध्यम से भेजा है. इसमें उन्होंने उनके कार्यक्रम के कारण हुए जाम में 20 घंटे भूखे प्यासे ही परेशान होने की बात कही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्यों भेजा गया नोटिस?
ये नोटिस 16 फरवरी से 22 फरवरी तक कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) में चले रुद्राक्ष महोत्सव ( Rudraksh Mahotsav) के लिए इंदौर के एक मां बेटे ने भेजा है. प्रदीप मिश्रा के नाम एक करोड़ रुपए हर्जाने का नोटिस में उन्होंने बताया है कि 16 फरवरी को रुद्राक्ष महोत्सव में आई भीड़ की वजह से हाईवे पर लगे जाम के कारण उन्हें 20 घंटे भूखे प्यासे ही परेशान होना पड़ा था.


Jal Jeevan Mission: 7 दशक बाद राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों को घर में मिला पीने का पानी


वकील ने अपने पक्षकार को बताया प्रताणित
नोटिस भेजने वाले वकील आनंद सोसरिया ने बताया कि उनके पक्षकार प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम के कारण परेशान हुए. उन्हें करीब 20 घंटे से अधिक जाम में फंसे होने के कारण परेशान होने के साथ ही प्रताड़ना भी झेलना पड़ा. इसी कारण प्रदीप मिश्रा सहित अन्य पर एक करोड़ रुपए हर्जाने का दावा किया गया है.


रुद्राक्ष महोत्सव में लगा था लंबा जाम
16 फरवरी से 22 फरवरी तक सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने चितावलिया हेमा गांव स्थित कुबेश्वर धाम पर रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन कराया था. ये पहले ही दिन से अव्यवस्थाओं की चपेट में आ गया था. लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे थे, जिन्हें संभालना मुश्किल हो गया और इंदौर-भोपाल हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया था. करीब 30 किलोमीटर तक गाड़ियों की कतार लग गई थी. लोगों को कुछ किलोमीटर का यात्रा के लिए 10-10 घंटे चलना पड़ा. हजारों लोग इसमें फंस गए थे.


ये भी पढ़ें: MP E-Budget के मुरीद हुए कांग्रेस MLA,पार्टी के विरोध पर फेरा पानी,BJP ने कही ये बात


कौन हैं परेशान होने वाले मां बेटे
इंदौर-भोपाल फोरलेन पर लगे जाम में इंदौर (Indore) के रहने वाले शुभम शर्मा और उनकी मां इस जाम में फंस गए थे. उन्हें भोपाल राज्य उपभोक्ता फोरम के एक केस के लिए पहुंचा था. वो इंदौर से सुबह छह बजे निकले लेकिन, जाम के कारण समय से भोपाल नहीं पहुंच पाए और उन्हें परेशान भी होना पड़ा.