चीतों से पर्यटन को लगेंगे पंख! कूनो के आसपास तेजी से बढ़े जमीन के दाम
Kuno national park: श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क के आसपास जमीन के रेट में भारी उछाल आया है. कूनो नेशनल पार्क में चीते आने की खबर के बाद से यहां पर्यटन में उछाल की उम्मीद की जा रही है, जिसके बाद यहां नए रिसोर्ट बन रहे हैं.
अजय राठौर/श्योपुरः श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में चीतों का आगमन होने जा रहा है लेकिन चीतों के आने से पहले ही पार्क के आसपास की जमीन के भाव तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां जमीन के दामों में हाल के दिनों में ही 5-10 गुना तक का उछाल आया है. इलाके में नए रिसोर्ट खुल रहे हैं और कई राज्यों के लोग यहां जमीन खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
रिसोर्ट के लिए जमीन तलाशने कूनो पहुंचे उद्योगपति
श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क में चीते लाए जाने की आहट के साथ ही पार्क के आसपास के इलाकों की जमीनों के भाव आसमान छूने लगे हैं. दरअसल कूनो में चीतों के आने से यहां पर्यटन बढ़ने की उम्मीद है, जिसके चलते यहां रिसोर्ट बनाने के लिए उद्योगपति यहां जमीन की तलाश कर रहे हैं या फिर खरीद चुके हैं. ग्रामीणों की मानें तो यहां कुछ माह पहले तक 3 लाख रुपए बीघा की दर से जमीन बिक रही थी जो आज बढ़कर 15-20 लाख रुपए बीघा तक पहुंच गए हैं.
ना सिर्फ श्योपुर बल्कि राजस्थान, यूपी, दिल्ली, बिहार समेत कई अन्य प्रांतों के लोग कूनो के आसपास जमीन खरीदने पहुंच रहे हैं. कूनो नेशनल पार्क और रणथंभौर के बीच 150 किलोमीटर की दूरी है. ऐसे में रणथंभौर में बाघ देखने आने वाले पर्यटक भविष्य में चीते देखने कूनो भी आ सकते हैं. ऐसे में यहां जमीन खरीदने में राजस्थान के लोग भी खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
बीते एक-दो माह के दौरान यहां कई रिसोर्ट भी बनने लगे हैं. कूनो नेशनल पार्क के मुख्य गेट टिकटोली से पहले सेसईपुरा से लेकर तमाम गांवों में जमीन की कीमतों में उछाल आ गया है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय बढ़ने से विकास और प्रगति को पंख लगेंगे. बता दें कि नामीबिया से 8 चीते एमपी के कूनो नेशनल पार्क में लाए जा रहे हैं. ये चीते 17 सितंबर को भारत पहुंचेंगे और इसी दिन 17 पीएम नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के मौके पर इन चीतों को भारत की धरती पर आजाद करेंगे. चीते 74 साल पहले भारत से विलुप्त हो गए थे. अब एक बार फिर भारत में चीतों की आहट सुनाई देगी.