करतार सिंह राजपूत/मुरैना: मध्यप्रदेश में चुनावी साल में चलाई जा रही सीएम शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांशी योजना ''लाडली बहना योजना'' से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल अगर आपके पास ट्रैक्टर नहीं है तो आप शिवराज सरकार द्वारा चलाई जा रही इस लाडली बहना योजना का लाभ लेने की हकदार भी नहीं है. यह बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि यह पीड़ा वह महिलाएं बयां कर रही हैं. जिनके घर में ट्रैक्टर नहीं होने की वजह से वह लाडली बहना योजना का फॉर्म तक नहीं भर पा रही है.


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दरअसल शिवराज सरकार द्वारा दूसरे चरण में लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए पंजीयन शुरू करवा दिए गए हैं. लेकिन पंजीयन सेंटर पर पहुंचने पर कई महिलाओं के पंजीयन नहीं हो पा रहे हैं. इसकी मुख्य वजह यह है कि इस बार सिर्फ उन्हीं महिलाओं का पंजीयन किया जा रहा है, जिनके घर में ट्रैक्टर है. 23 साल से 60 साल की महिलाओं के लिए ट्रैक्टर होना अनिवार्य कर दिया गया है. हालांकि 21 साल से 23 साल तक की महिलाओं के लिए इस तरह के ट्रैक्टर की बाध्यता नहीं है. लेकिन 23 साल से ऊपर की महिलाओं के पंजीयन के लिए घर में ट्रैक्टर होना अनिवार्य है.


मामा पहले ट्रैक्टर दिलवा दें
बता दें कि महिलाएं जब पंजीयन करवाने के लिए पंजीयन केंद्र पर पहुंच रही हैं तो उनके पंजीयन नहीं हो पा रहे हैं. इस बात से महिलाएं भी काफी गुस्से में हैं. महिलाओं का कहना है कि उनके घर में ट्रैक्टर नहीं है, वे ट्रैक्टर कहां से ले आए? सरकार पहले हमें ट्रैक्टर ही दिलवा दें. उसके बाद हमें लाडली बहना योजना का लाभ दे दें. 


ट्रैक्टर बना गले की फांस
महिलाओं का गुस्सा लाजमी भी है कि भला जिस घर में ट्रैक्टर नहीं है, उस घर की महिलाएं इस योजना का लाभ कैसे ले पाएंगी? इस बारे में अधिकारियों का भी साफ तौर पर कहना है कि उनके पास बिना ट्रैक्टर वाली महिलाओं के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं है. इस वजह से वे भी महिलाओं की मदद नहीं कर पा रहे हैं. 


कुल मिलाकर लाडली बहना योजना के माध्यम से शिवराज सरकार महिलाओं को सशक्त करने का प्रयास कर रही है लेकिन इसके उलट दूसरे चरण के पंजीयन में ट्रैक्टर नहीं होने से महिलाओं के पंजीयन नहीं हो पा रहे हैं और इस वजह से महिलाएं शिवराज सरकार से नाराज नजर आ रही हैं.