Leopard State MP: भोपाल। चीता स्टेट, टाइगर स्टेट के साथ-साथ लेपर्ड यानी तेंदुआ स्टेट का तमगा रखने वाले हमारे मध्य प्रदेश ने एक बार फिर कमाल कर दिया है. भारत में हुई तेंदुओं की गणना के आंकड़े सामने आ गए हैं. इसमें सबसे ज्यादा तेजी से इनकी संख्या कर्नाटक में बढ़ी है. लेकिन, इन सबके बाद भी मध्य प्रदेश के पास लेपर्ड स्टेट का तमगा बचा हुआ है. देश में सबसे ज्यादा तेंदुए मध्य प्रदेश की धरती पर हैं.


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लेपर्ड स्टेट के आंकड़े
केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय ने डेटा जारी किया है. मध्य प्रदेश में साल 2018 की तुलना में 486 तेंदुओं की संख्या में वृद्धि हुई. पन्ना नेशनल पार्क और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा तेंदुए ट्रैप हुए हैं. साल 2018 में 3421 और 2022 में 3907 तेदुए मध्य प्रदेश में थे. इस बार की गणना में सेंट्रल इंडिया और पूर्वी घाट में सबसे ज्यादा तेंदुए मध्य प्रदेश में पाए गए हैं.


सबसे ज्यादा MP, सबसे कम अरुणाचल प्रदेश
देश में सबसे ज्यादा तेंदुए मध्य प्रदेश में है. यहां इनकी संख्या, 1258 बढ़कर 3907 हो गई है. इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी सतपुड़ा और पन्ना टाइगर रिजर्व की है. हालांकि, सबसे कम तेंदुए अरुणाचल प्रदेश में है. यहां इनकी संख्या महज 42 है.


तेदुओं की संख्या वाले देश के 3 बड़े टाइगर रिजर्व
1- श्रीशैलम नागार्जुन सागर, आंध्रप्रदेश
2- पन्ना टाइगर रिजर्व, पन्ना मध्य प्रदेश
3- सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, मध्य प्रदेश


कुछ राज्यों में घटी संख्या
ऐसा नहीं है कि सभी राज्यों में तेंदुओं की संख्या बढ़ी है. भारत के कुछ राज्य ऐस हैं जहां इनकी संख्या में कमी आई है. इन राज्यों में उत्तराखंड, बिहार, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल शामिल हैं.


यहां बढ़ी संख्या
भारत के 6 राज्यों में भले तेंदुओं की संख्या घटी है. लेकिन, मध्यप्रदेश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, असम और बंगाल में तेंदुओं की संख्या इजाफा हुआ है.
MP के पांच साल
2017 में 3100
2018 में 3421
2019 में 3650
2020 में 3800
2022 में 3907


राज्यवार आंकड़े
कर्नाटक में 1879
उत्तर प्रदेश में 371
उड़ीसा में 568
केरल में 570
महाराष्ट्र में 1985
तमिलनाडु में 1070
राजस्थान में 721
आंध्र प्रदेश में 569
गोवा में 77
झारखंड में 51
अरुणाचल में 42
बिहार में 86
तेलंगाना में 297
आसाम में 74
उत्तराखंड में 652
छत्तीसगढ़ में 652