प्रिया पांडे / भोपाल: मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Former Chief Minister of Madhya Pradesh Uma Bharti) द्वारा शराबबंदी को लेकर सियासत जारी है और इसी को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) का भी बयान सामने आया है.उन्होंने कहा है कि शराबबंदी सरकार नहीं कर सकती है.शराबबंदी के लिए हमें लोगों को जागरूक करना होगा, लोग शराब पीना बंद करेंगे तभी शराबबंदी हो सकती है.उन्होंने कहा कि कई राज्यों में शराब नहीं मिलती है ,लेकिन वहां भी लोग नंबर दो तरीके से जहरीली शराब बनाते हैं और पीते हैं. 


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शराबबंदी के क्या हैं परिणाम?
उन्होंने कहा कि शराबबंदी होनी चाहिए, लेकिन जन जागरण अभियान के लोगों को जागरूक करना चाहिए. इसके साथ ही उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना हैं कि कई ऐसे प्रदेश हैं.जहां पर शराबबंदी हो गई है, लेकिन इसके परिणाम क्या है? उन्होंने कहा कि शराबबंदी के लिए क्या लोगों को खुद प्रेरित नहीं होना चाहिए.


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शराब की बोतल अपन आप लोगों के पास नहीं जाती
मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब आप सब्जी खरीदने के लिए जाते हैं तो आप किसी के कहने पर सब्जी नहीं खरीदते हैं और ना ही कोई आपको बाध्य करता है. ऐसे ही शराब की बोतल आपके पास नहीं जाती है, बल्कि इसे आप खरीद कर पीते हैं. यह सेल्फ मोटिवेशन है और इसको लेकर सरकार जागरूक है.सरकार आपको सचेत कर रही है, उसके बाद भी आप सचेत नहीं हो रहे हैं तो यह जिम्मेदारी आपकी है. शराबबंदी के लिए लोगों को जागरूक होना पड़ेगा और साफ होना पड़ेगा,तभी शराबबंदी हो सकती है. गौरतलब है कि वरिष्ठ बीजेपी नेता उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे को लेकर मुखर हैं. वह कई बार शराबबंदी के मुद्दे पर अपनी नाराजगी जता चुकी हैं. हाल ही में उन्होंने अज्ञातवास पर जाने का फैसला किया है.