मध्य प्रदेश में लंपी वायरस की एंट्री, रतलाम में दो पशुओं में हुई पुष्टि
मध्य प्रदेश के मंदसौर में भी लंपी वायरस के लक्षण कुछ पशुओं में देखे गए हैं. जिले के सीतामऊ क्षेत्र में स्थित एक गौशाला में भी कुछ पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण देखे गए हैं. जिसके बाद इन पशुओं को अन्य पशुओं से अलग रखा गया है. वहीं प्रशासन ने लंपी वायरस को लेकर एडवाइजरी भी जारी कर दी है.
आकाश द्विवेदी/भोपालः कई राज्यों में हजारों पशुओं की मौत का कारण बना लंपी वायरस अब मध्य प्रदेश में भी दस्तक दे चुका है. बता दें कि रतलाम जिले के दो पशुओं में लंपी वायरस की पुष्टि हुई है. वहीं रतलाम के 11 गांवों के 73 पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण मिले हैं. लंपी वायरस की रोकथाम के लिए भोपाल के राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला में कंट्रोल रूम बनाया गया है. वहीं जिले के 12 हजार पशुओं को वैक्सीन लगाई गई है.
भोपाल
बता दें कि राजस्थान और गुजरात में लंपी वायरस संक्रमण के चलते हजारों पशुओं की मौत हो चुकी है. जिसके बाद राजस्थान और गुजरात की सीमा से लगते मध्य प्रदेश के जिलों अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, राजगढ़, और बुरहानपुर में अलर्ट जारी कर दिया गया था और संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सीमावर्ती क्षेत्र की पशु चिकित्सा संस्थाओं, मुख्य ग्राम इकाई, पशु चिकित्सा अधिकारियों को हर दिन क्षेत्र का दौरा कर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
मध्य प्रदेश के मंदसौर में भी लंपी वायरस के लक्षण कुछ पशुओं में देखे गए हैं. जिले के सीतामऊ क्षेत्र में स्थित एक गौशाला में भी कुछ पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण देखे गए हैं. जिसके बाद इन पशुओं को अन्य पशुओं से अलग रखा गया है. वहीं प्रशासन ने लंपी वायरस को लेकर एडवाइजरी भी जारी कर दी है. मंदसौर की गौशालाओं और पशुपालकों को हिदायत दी गई है कि वह अपने पशुओं का ख्याल रखें. साथ ही राजस्थान और अन्य जिलों से आने वाले पशुओं की भी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं कि अगर किसी भी पशु में लंपी वायरस के लक्षण दिखें तो उन्हें गौशाला में ना रखा जाए.
पशुपालन विभाग की टीमें भी लगातार जिले में सर्वे कर रही हैं ताकि जिले में लंपी वायरस के प्रकोप को शुरुआती चरण में ही रोका जा सके.