प्रिया पांडे/भोपाल: कल मध्यप्रदेश की विधानसभा (assembly of Madhya Pradesh) में बजट (MP Budget) पेश किया जाएगा और आज एक दिन पहले एमपी का आर्थिक सर्वेक्षण सामने आया है. जिस पर सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि आज एमपी का आर्थिक सर्वेक्षण आया है, मुझे प्रसन्नता है कि आर्थिक सर्वेक्षण (MP Economic Survey) में जो तथ्य आए हैं. वो यह सिद्ध करता है कि एमपी की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है. बता दें कि सीएम शिवराज ने कहा कि राज्य के बजट का आधार और कर संग्रहण बढ़ता जा रहा है. एमपी की विकास दर में 16.34 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. कोविड के बावजूद देश के विकास में बढ़ोतरी हुई है.


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प्रदेश की जीडीपी बढ़ी
मुख्यमंत्री शिवराज (Chief Minister Shivraj) ने कहा है कि 2002 में प्रदेश का सकल घरेलू उत्पात (gross domestic product of the state) 71594 करोड़ से 13,22,000 करोड़ हो गया है. जहां प्रदेश की पर कैपिटा इनकम (per capita income of mp) 2002 में 11718 रुपये थी, वो 2022-23 में बढ़कर 1,40,500 रुपये पर कैपिटा इनकम हुई है.


प्रदेश का कर्ज प्रतिशत घटा है:  मुख्यमंत्री शिवराज
हमारी सरकार पर लगातार कर्ज लेने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन आंकड़ों के हिसाब से पहले 39.5 प्रतिशत कर्ज लिया जाता था. 2021- 2022 में कर्ज प्रतिशत घट कर 22.6 हो गया है. 


रॉयल्टी सेक्टर में भी हुआ विस्तार 
रॉयल्टी सेक्टर की जानकारी देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि रॉयल्टी सेक्टर में भी विस्तार हुआ है. 13.4 प्रतिशत किसानों को एमएसएमई को 30.22 प्रतिशत ऋण दिया गया है. 521 करोड़ से ज्यादा का ऋण स्ट्रीट वेंडर्स को दिया जा चुका है. बता दें कि आज मप्र आर्थिक सर्वेक्षण में प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1,40,583 रुपये हो गई है. जिसमें 15.16% की वृद्धि हुई है. एमपी के सकल घरेलू उत्पाद में 16.48 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.