भोपाल। मध्य प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना इस्तीफा भेज दिया है. शोभा ओझा ने काम न कर पाना इस्तीफा देने की वजह बताया है. बता दें कि मध्य प्रदेश महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर शोभा ओझा की नियुक्ति कमलनाथ सरकार के दौरान हुई थी. 


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काम न कर पाने का लगाया आरोप 
दरअसल, कांग्रेस की महिला नेत्री शोभा ओझा की नियुक्ति कमलनाथ सरकार के दौरान हुई थी, लेकिन उन्होंने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने के बाद शोभा ओझा ने कहा कि राज्य सरकार उन्हें आयोग में काम नहीं करने दे रही है, पिछले दो साल से वह भले ही महिला आयोग की अध्यक्ष बनी हुई हैं, लेकिन उनके सभी अधिकार छीन लिए गए हैं. उनके ऑफिस में तक ताला लगा हुआ है. ऐसे में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. 


शोभा ओझा ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशों की अवहेलना की गई, क्योंकि कमलनाथ सरकार गिरने के बाद कोर्ट में स्टे के आधार पर ही वह अध्यक्ष के पद पर काम कर रही थी. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में महिला अपराध बढ़ रहा है, कमलनाथ सरकार गिरने के बाद कोर्ट में स्टे के आधार पर दुष्कर्म, सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, अत्याचार, अपहरण जैसी घटनाएं सामने आ रही है. घरेलू हिंसा भी बढ़ रही है. जबकि महिला आयोग में 17 हजार से भी ज्यादा केस लंबित है. लेकिन जब वह कोई काम नहीं कर पा रही है, इसलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया. 


बता दें कि शोभा ओझा कांग्रेस की वरिष्ठ महिला नेता हैं, उन्होंने कमलनाथ सरकार गिरने से पहले महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. बाद में जब शिवराज सरकार बनी तो कमलनाथ सरकार के दौरान हुई नियुक्तियों को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जहां कोर्ट में स्टे के आधार पर वह इस पद पर बनी हुई थी. 


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