EMERGING MADHYA PRADESH: हाईटेक होंगे एमपी के किसान, कृषि मंत्री कमल पटेल दे रहे ड्रोन खेती को बढ़ावा
कृषि मंत्री कमल पटेल किसानों की दोगुनी आय और आधुनिक खेती की तरफ भी खासा ध्यान दे रहे है. कमल पटेल का अक्सर कहना रहा है कि पारंपरिक कृषि के स्थान पर उन्नत कृषि करना जरूरी है.
नई दिल्ली: भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भी कृषि का बहुत ही अहम योगदान है. मध्यप्रदेश में किसानों को लेकर शिवराज सरकार लगातार ही नई योजनाओं के साथ किसान को मजबूत बनाने में जुटी हुई है. वहीं हरदा से विधायक और मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल किसानों (Farmers) को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर ही प्रयास कर रहे हैं. वो हमेशा ये कहते हुए भी नजर आते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री चौहान किसानों के कल्याण के लिए न सिर्फ योजनाएं बना रहे हैं, बल्कि लगातार किसान हितैषी निर्णय भी ले रहे हैं.
बता दें कि कृषि मंत्री कमल पटेल किसानों की दोगुनी आय और आधुनिक खेती की तरफ भी खासा ध्यान दे रहे है. कमल पटेल का अक्सर कहना रहा हैं कि पारंपरिक कृषि के स्थान पर उन्नत कृषि करना जरूरी है. वो किसानों को नई टेक्नोलॉजी (New Technology) और इनोवेशन से अवगत लगातार करवा रहे है. अब आप सोच रहे होंगे कि किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी तो चलिए जानते हैं, उन्होंने इसके लिए क्या आईडिया दिया है...
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इस तरह होगी किसानों की दोगुनी आय
ये बात अप्रैल 2022 की है जब इंदौर में फार्मटेक एशिया अंतरराष्ट्रीय कृषि मेले (Agriculture Fair) का शुभारंभ हुआ था. इस मेले में 200 से अधिक कंपनियों ने हिस्सा लिया था. यहां पर किसानों को नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन से अवगत कराया गया. तब मंत्री ने कहा था कि टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के उपयोग और प्रयोग से किसानों को लाभ होगा. जिससे उनकी आय में वृद्धि भी होगी, जो आर्थिक सशक्तिकरण में सहायक होगी. बता दें कि इस मेले में इटली, जर्मनी और यूएसए की कंपनियां भी अपनी नई तकनीकों का प्रदर्शन किया था. मंत्री ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि जब किसान खेती-किसानी की नई-नई तकनीकों से अवगत होंगे तो और अधिक से अधिक लाभ कमाने के अवसर पैदा होंगे.
ड्रोन खेती को दिया जा रहा बढ़ावा
बदलते वक्त के साथ टेक्नोलॉजी आज हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गई है. तकनीक ने आज हमारे जीवन के हर हिस्से में अपनी पहुंच बढ़ा दी है. इससे खेती भी अछूती नहीं है. इसी कड़ी में प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल खेती में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लगातार कोशिश की है. मंत्री पटेल ने कहा था कि उन्होंने जब फसल पर ड्रोन से नैनो तरल यूरिया के छिड़काव का प्रदर्शन देखा तो उन्हें यह विचार आया था कि ड्रोन का उपयोग खेतों में कीटनाशक छिड़काव व अन्य कार्यो में किया जा सकता है. मंत्री पटेल का कहना है कि ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों के पैसे और समय दोनों की बचत होगी. खेती की लागत कम होगी, उत्पादन भी बढ़ेगा और इसके फलस्वरूप किसानों की आय में इजाफा भी होगा, उन्होंने इसके लिए ड्रोन के उपयोग को खेती में बढ़ावा देने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये है.
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अग्रसर
पिछले साल अक्टूबर में ज़ी मीडिया द्वारा आयोजित 'Building New India'कार्यक्रम में कमल पटेल ने जैविक खेती को बढ़ावा देने की बात भी कही थी. उन्होंने कहा था कि देश की पीढ़ी को बचाना है तो हमें जैविक खेती की ओर आना पड़ेगा. इसके लिए गौवंश की तरफ आना पड़ेगा. इससे गौवंश पालन भी बढ़ेगा. हम एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी किनारे जैविक खेती कर रहे हैं. इसकी शुरूआद हरदा जिले से चुकी है, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जैविक खाद दिया जाएगा. इससे किसानों की आए बढ़ेगी.
जैविक खेती के लिए कोर्स भी..
आपको जानकर हैरानी होगी कि एमपी में जैविक खेती पर अलग से कोर्स शुरू कराया गया है. इसे लेकर मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जैविक खेती कैसे की जाए, इसके बारे में कोई कोर्स नहीं था, इसको लेकर हमने महाविद्यालयों में इस पर अलग से कोर्स शुरू कराया है. जब छात्र इस बारे में जानेंगे तो कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे. इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों को भी काम पर लगाया गया है. वो सीधे तौर पर किसानों के पास जाएंगे, उन्हें जैविक खेती के बारे में बताएंगे. जैविक बीज, जैविक खाद का प्रशिक्षण देंगे.
किसानों के खाते में जमा होते हैं 4000 रुपये
देशभर के किसानों के लिए मोदी सरकार जहां किसानों के लिए तीन किस्तों में जारी करती है. वहीं मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना शुरू की गई है. जिसमें किसानों के खाते में दो किस्तों में 2000-2000 रुपये जमा किए जाते है.