राहुल राठौर/उज्जैन: श्री महाकाल लोक के दूसरे चरण को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. श्री महाकाल लोक के द्वितीय चरण के विकास कार्यों के दौरान मिले 11वीं शताब्दी के परमार कालीन प्राचीन मंदिर का पुनर्निर्माण होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर के अवशेषों का अवलोकन करते हुए कहा है कि मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया जाएगा.


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संस्कृति विभाग ने पुरातत्व निदेशालय की तकनीकी टीम से अवशेषों का परीक्षण करवाया है और आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर के खंडहरों का निरीक्षण किया.गौरतलब है कि 1234 ई. में महाकाल मंदिर पर हुए हमले के दौरान मंदिर को ध्वस्त किया था.जिसके बाद इसे स्थानीय शासकों द्वारा बनवाया गया था और एक बार फिर 17वीं शताब्दी में इसे फिर से ध्वस्त कर दिया गया था.


सीएम शिवराज ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि मंदिर का पुनर्निर्माण किया जाएगा.मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए पुरातत्व निदेशालय ने मूल संरचना के अनुरूप विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है.तकनीकी विशेषज्ञों ने उपलब्ध वास्तु कृतियों के आधार पर शिखर के कलश तक की ऊंचाई 37 फीट तक निर्धारित की है. गौरतलब है कि मंदिर के पुनर्निर्माण से महाकाल मंदिर परिसर की भव्यता में वृद्धि होगी.


मेघदूत वन का हुआ शिलान्यास 
आज उज्जैन में लगभग 11.36 करोड़ रुपये की लागत से मेघदूत वन का शिलान्यास हुआ.
इसको लेकर सीएम शिवराज ने ट्वीट किया, "आज मुख्यमंत्री श्री सीएम शिवराज ने उज्जैन में श्री महाकाल लोक परियोजना के द्वितीय चरण अंतर्गत लगभग 11.36 करोड़ रुपये की लागत के मेघदूत वन का शिलान्यास किया.इस अवसर पर मंत्री डॉ मोहन यादव एवं अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे."