Mahakal Lok Ticketing system: उज्जैन। 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बने महाकाल कॉरिडोर यानी महकाल लोक को लोकार्पण करने वाले हैं. इसमें सरकार की ओर से करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, ऐसे में बाबा के भक्तों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या अब उन्हें दर्शन के लिए पैसे चुकाने होंगे? भक्तों के इसी सवाल का जवाब जानने के लिए ZeeMPCG ने बात की उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह से और जाना की आखिर सरकार इस पैसे की वसूली कैसे करेगी.


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बाबा के भक्तों के सवाल को लेकर जी मीडियो के रिपोर्टर राहुल सिंह राठौड़ उज्जैन कलेक्टर के पास पहुंचे और उन्होंने जनता की शंकाओं को लेकर सवाल किया, नीचे पढ़ें हमारे सवाल और कलेक्टर के जवाब


सवाल: आम जनता की जेब पर क्या फर्क पड़ेगा, टिकट या कोई और भार भक्तों पर पड़ेगा या नहीं?
जवाब:
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा 'मंदिर में लोकार्पण के बाद किसी तरह का टिकट महाकाल लोक के लिए श्रद्धालुओं को नहीं खरीदना होगा. सभी सुविधाएं निःशुल्क होंगी. ई कार्ड, ई बस और ई ऑटो का पैसा श्रद्धालुओं को देना होगा, लेकिन ये सुविधा वृद्ध और दिव्यांगजनों के लिए नि:शुल्क होगी.


सवाल: सरकार ने जो पैसा खर्च किया है क्या उसे जनता वसूला जाएगा?
जवाब:
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा 'बिल्कुल भी नहीं... 856 करोड़ की राशि जो इस निर्माण में लगाई गई है सरकार की ओर से जनता से नहीं वसूली जायगी. ये खर्च सिर्फ और सिर्फ मंदिर की भव्यता और आकर्षण के उद्देश्य से किया गया है, जो मंदिर में और चार चांद लगाते है.


निष्कर्ष
जी मीडिया और कलेक्टर के बीच हुई बात में ये निष्कर्ष निकलकर आया कि उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले भक्तों से महाकाल लोक घूमने के लिए किसी तरह का कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा. इस संबंध में सारी व्यवस्थाएं पहले जैसी ही होंगे. सरकार ने ये सिर्फ और सिर्फ मंदिर की भव्यता को बढ़ाने के लिए किया है.


सांस्कृतिक पुनरोत्थान का युग
बता दें श्री महाकाल लोक का लोर्कापण करने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन आयेंगे. लोकार्पण कार्यक्रम शाम को 6 बजे होगा. ये भारत के सांस्कृतिक पुनरोत्थान का युग माना जा रहा है. प्रधानमंत्री द्वारा पहले केदारनाथ, फिर काशी विश्वनाथ और अब श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया जाएगा.