महाराष्ट्र के सियासी भंवर में उलझी है कांग्रेस, जानिए सीएम शिवराज ने क्यों कही यह बात
महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक हलचल को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र के सियासी भंवर में उलझी हुई है.
भोपाल। झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. द्रौपदी मुर्मू कल राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करेगी. मध्य प्रदेश में बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाए जाने पर खुशी मनाई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनना आनंद और उत्सव मनाने का दिन है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा.
कांग्रेस महाराष्ट्र के भंवर में उलझी है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने कभी आदिवासी वर्ग का कभी भला नहीं किया, कांग्रेस ने आदिवासियों को केवल वोट लेने का माध्यम बनाया, आज भी कांग्रेस महाराष्ट्र के भंवर में उलझी हुई है, जबकि बहन द्रौपदी राष्ट्रपति बन रही हैं. कांग्रेस भले ही महाराष्ट्र में उलझी हैं लेकिन राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की जीत तय है.
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने यह बात इसलिए कही क्योंकि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में कांग्रेस भी शामिल है, ऐसे में महाराष्ट्र में चल रही सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस भी अपने विधायकों को एकजुट रखने में लगी है. कांग्रेस ने कमलनाथ को महाराष्ट्र का इंजार्ज बनाया है. जो वहां के मौजूदा हालातों पर नजर बनाए हुए हैं.
पीएम मोदी ने परंपरा बदली है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो किसी ने नही सोचा था वो मोदी जी ने किया बीजेपी ने किया, किसी ने नहीं सोचा था कि एक जनजतीय बहन देश के सबसे सर्वोच्च पद पर बैठेंगी और तीनों सेना की मुखिया होगी. पहले तो ज्यादा पढ़ा लिखा और बड़े घराने से आने वाले राष्ट्रपति बनते थे, लेकिन मोदीजी ने परंपरा बदल दी है, संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद जब पीएम मोदी ने द्रौपदी को फोन लगया तो वह बोल तक नहीं पा रही थी, उन्हें इतनी खुशी थी, ये एक नई क्रांति हो रही है. विकास के साथ उन्हें मान सम्मान के साथ देश का भविष्य बनाने का मौका दिया जा रहा है, ये पूरे आदिवासी समाज का सम्मान है.
कल मध्य प्रदेश में उत्सव मनाया जाएगा
सीएम शिवराज ने कहा कि कल द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगी, इसलिए कल मध्य प्रदेश में उत्सव मनाया जाएगा. मेरे जनजातीय भाई-बहनों, नाचो, गाओ, खुशियां मनाओ, आप जहां भी कल 12 बजे रहें, वहीं नाचिये, गाइये, खुशियां मनाइये.
जानिए क्या है आदिवासियों की अहमियत
लोकसभा चुनाव में आदिवासियों के लिए 47 लोकसभा सीटें आरक्षित हैं. वहीं 60 से ज्यादा सीटों पर आदिवासी मतदाताओं का अच्छा खासा प्रभाव है. इस तरह बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर इन 60 से ज्यादा सीटों पर अपना दावा मजबूत कर लिया है. इनके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में आदिवासी वोटर हैं और निर्णायक स्थिति में हैं. ऐसे में बीजेपी को इन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी फायदा मिलने की उम्मीद है. द्रौपदी मुर्मू एक महिला हैं, ऐसे में बीजेपी को महिला वोटबैंक का भी फायदा मिल सकता है. बीजेपी लगातार महिला मतदाताओं पर खासा फोकस कर रही है.
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