Majedar Chutkulke: यदि हम दिन की शरुआत हंसते हुए करते हैं तो पूरे दिन सकारात्मक ऊर्जा से भरे रहते हैं. चिकित्सकों की मानें तो हंसने से हमारा मानसिक तनाव दूर होता है. ऐसे में रोज की तरह आज भी हम आपको हंसाने के लिए कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आए हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे. चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का सिलसिला.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1. संता बहुत उदास था. उसके बंता ने उदासी का कारण पूछा.
संता - क्या बताऊं यार, तीन हफ्ते पहले मेरे एक दूर के रिश्ते के चाचाजी गुजर गए, मेरे लिए 50 लाख रुपये छोड़ गए
बंता - तो इसमें उदास होने वाली कौन सी बात है यार?
संता - आगे तो सुनो, चाचाजी के गुजरने के एक हफ्ते बाद मेरे एक दूर के फूफाजी भी गुजर गए और मेरे लिए 25 लाख छोड़ गए.
बंता - अबे तो तुझे तो खुश होना चाहिए.
संता- पूरी बात तो सुन, पिछले हफ्ते गांव में मेरे दादाजी भी गुजर गए और मेरे लिए 1 करोड़ की जायदाद छोड़ गए.
बंता-  साले तू तो मालामाल हो गया फिर मुंह लटकाए क्यों बैठा है?
संता - तो और क्या करूं? ये वाला पूरा हफ्ता खाली निकल गया, कोई भी नहीं मरा.


2. अदालत में मुजरिम ने जज से कहा- मुझे माफ कर दो साहब 
जज- तुमने समाज के लिये कौन सा भला काम किया है?
मुजरिम- साहब हमारे कारण ही पुलिस और अदालत में लाखों लोगों को नौकरी मिली हुई है.


3. बंता को परेशान देखकर संता ने पूछा कि क्या हुआ भाई?
बंता ने कहा कि आज एक धमकी भरा खत मुझे मिला..
संता ने कहा क्या लिखा है उसमें?
बंता ने कहा कि उसमें लिखा है कि मेरी बीवी से इश्क फरामाना छोड़ दो, नहीं तो गोली से उड़ा दूंगा. 
संता ने कहा उसमें क्या दिक्कत छोड़ दो?
बंता ने कहा लेटर ने किसी का नाम नहीं लिखा है, इसीलिए  समझ नहीं आ रहा किसकी बीवी से इश्क फरमाना बंद करूं. 


4. बेटा- मां मैं एक दिन बहुत बड़ा आदमी बनूंगा, आपकी झोली खुशियों से भर दूंगा.
मां- पहले ये बोतलें भरकर फ्रिज में रख नालायक.


5. क्लास में टीचर ने बच्चों से पूछा -
बताओ, कांटों भरे रास्ते पर आपका साथ कौन देगा,
पति, पत्नी, भाई, बहन, मां-बाप, प्रेमी, प्रेमिका या दोस्त?
पप्पू खड़े होकर बोला- सर चप्पल..
फिर टीचर ने भी चप्पल से की पप्पू की पिटाई.


(disclaimer: यहां दिए गए चुटकुले सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे कंटेट से लिए गए हैं. मेरा मकसद सिर्फ लोगों का मनोरंजन कराना है. किसी जाति, धर्म,नाम या नस्ल के आधार पर किसी को नीचा दिखाना या उपहास उड़ाना मेरा मकसद बिलकुल नहीं है.)