Mandla News: मंडला कान्हा नेशनल पार्क की क्राइम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड टीम को बड़ी सफलता मिली है. बता दें कि करंट लगाकर बाघों का शिकार करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों ने जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए बिजली की तार बिछा रखी थी. दरअसल 8 मार्च को पार्क के खापा रेंज में नर बाघ टी46 का शव मिला था. जांच में पता चला कि बाघ की मौत करंट लगने से हुई है. घटना के बाद वन विभाग सक्रिय हो गया और शिकारियों की तलाश शुरू कर दी.


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करंट लगने से बाघ की मौत
पुलिस ने जब इन दोनों संदिग्धों से पूछताछ की तो दोनों ने करंट लगाकर बाघ का शिकार करने की बात कबूल कर ली. कान्हा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पुनीत गोयल का कहना है कि बाघ का शिकार करंट लगाकर किया गया है. हालांकि प्रथम दृष्टया आरोपी का इरादा बाघ का शिकार करने का नहीं लग रहा है. शिकारियों ने जंगली सूअर, चीतल आदि का शिकार करने के लिए करंट फैलाया होगा, जिसका शिकार बाघ बन गया.


उन्होंने कहा कि बाघ अनुसूचित वन प्राणी है और वन अपराध के तहत बाघ का शिकार करने पर 7 साल तक की सजा का प्रावधान है, जिसके तहत कार्रवाई की जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है. आशंका है कि इस घटना में और लोग भी शामिल हो सकते हैं.


डॉग स्क्वाड की मदद से शिकारियों को खोज निकाला
बता दें कि घटना के बाद शिकारियों को पकड़ने के लिए बालाघाट पुलिस के डॉग स्क्वॉड  की मदद ली गई थी. जांच के दौरान डॉग स्क्वॉड  ने 24 घंटे के अंदर करंट लगाकर बाघ को मारने वाले आरोपी को ढूंढ निकाला. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी के साथ-साथ इस मामले में दो अन्य आरोपियों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है.


 


 रिपोर्ट-विमलेश मिश्रा