बंशीलाल गुर्जर को राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर BJP ने एक तीर से साधे दो निशाने, जानिए इसके मायने

Rajya Sabha Elections: बीजेपी ने मंदसौर से आने वाले नेता बंशीलाल गुर्जर को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है, भाजपा के इस फैसलें को आने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से अहम माना जा रहा है.
Banshi Lal Gurjar: बीजेपी ने मध्य प्रदेश से चार नेताओं को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है, जिसमें मंदसौर जिले से आने वाले नेता बंशीलाल गुर्जर का नाम भी शामिल हैं, माना जा रहा है कि कल वह भोपाल पहुंचकर राज्यसभा के लिए अपना नामांकन जमा करेंगे. बंशीलाल गुर्जर को राज्यसभा भेजकर बीजेपी एक तीर से कई निशाने साध रही है. बंशीलाल गुर्जर को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उनके समर्थकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है, उन्हें मंदसौर समेत पूरे मालवा-निमाड़ बेल्ट में बड़ा किसान नेता माना जाता है, ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले उनकी उम्मीदवारी अहम मानी जा रही है.
कौन हैं बंशीलाल गुर्जर
बता दें कि बंशीलाल गुर्जर मूलरूप से मंदसौर जिले से आते हैं, फिलहाल वह बीजेपी के किसान मोर्चा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. जबकि अब पार्टी उन्हें राज्यसभा भेज रही है. गुर्जर लंबे समय से किसानों के हित में काम करते रहे हैं, ऐसे में उनकी पहचान बड़े किसान नेता के तौर पर होती है. वह मंदसौर बीजेपी के जिलाध्यक्ष, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभआ चुके हैं. इसके अलावा वह लंबे समय तक मंदसौर कृषि मंडी के अध्यक्ष भी रहे हैं. बीजेपी ने अब उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.
एक तीर से साधे दो निशाने
लोकसभा चुनाव से पहले वर्तमान में एक बार फिर से किसान आंदोलन शुरू हो गया है, जिसका असर मध्य प्रदेश में भी हो सकता है, खास बात यह हैं कि मंदसौर मध्य प्रदेश का वो जिला हैं जहां 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले हुए किसान आंदोलन आज भी सबसे बड़ा मुद्दा माना जाता है. बंशीलाल गुर्जर मंदसौर जिले से आते हैं, ऐसे में बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाकर मालवा- निमाड़ के किसानों को यह मैसेज देने की कोशिश की है पार्टी किसानों को लेकर पूरी तरह से सजग हैं. जबकि किसान आंदोलन से पहले यह फैसला पार्टी के हित में साबित हो सकता है. वैसे भी मंदसौर समेत आसपास के जिलों में कांग्रेस किसान आंदोलन के मुद्दे पर आज भी मुखर रहती है, जिसकी काट के तौर पर भी बंशीलाल गुर्जर को देखा जा रहा है.
जातिगत समीकरण भी साधे
किसान नेता के साथ-साथ बंशीलाल गुर्जर ओबीसी वर्ग से आते हैं, ऐसे में मालवा-निमाड़ से पार्टी ने ओबीसी वर्ग के नेता को राज्यसभा भेजकर जातिगत समीकरण भी साधने की कोशिश की है. मंदसौर, नीमच समेत आसपास के जिलों को ओबीसी बहुल माना जाता है. मंदसौर जिले से ही आने वाले जगदीश देवड़ा को बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री बनाया है, जबकि अब गुर्जर को राज्यसभा भेजकर पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले सभी समीकरण साधने की कोशिश की है.
किसानों के हित में काम करूंगा
राज्यसभा प्रत्याशी बनने के बाद बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है उन पर भरोसा जताया है इसलिए वे शीर्ष नेतृत्व समेत सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार मानते हैं, वह किसान हितों के मुद्दे पर पिछले 40-45 साल से कम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे, अब राज्यसभा में भी किसानों के मुद्दों को उठाएंगे. पीएम नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि उनकी प्राथमिकता गरीब, किसान, महिला और युवा हैं. इसलिए पार्टी लगातार किसानों के हित में काम कर रही है.
ये भी पढ़ेंः Rajya Sabha Elections: बीजेपी के फैसले से खुश हुए कांग्रेस MLA, कहा-मेरे गुरू जाएंगे राज्यसभा