मनीष पुरोहित/मंदसौर: सब्जियों को सेहत के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि यही सब्जियां प्रदूषित पानी से सिंचाई कर उगाई जाए तो इनमें कई हानिकारक तत्व मौजूद रहते हैं जो कि सेहत को खासा नुकसान पहुंचा सकते हैं. ऐसा ही कुछ नजारा मध्यप्रदेश के मंदसौर में देखने में आया है. जहां पर कमाई के लालच में कुछ लोग नाली के पानी से सब्जियों की सिंचाई कर उत्पादन कर रहे हैं. वही दूसरी ओर जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते गटर का रूप ले चुकी शिवना नदी के किनारे हजारों हेक्टेयर जमीन में शिवना नदी के प्रदूषित पानी से सिंचाई कर कई किसान अनजाने में लोगों को सेहत के सतह खिलवाड़ करने को मजबूर है.


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हानिकारक रसायन मौजूद होते हैं
अगर इन सब्जियों को सलाद के रूप में खाया जाए तो ज्यादा से ज्यादा नुकसान होने की संभावना रहती है.हालांकि प्रदूषित पानी से उगाई जाने वाली इन सब्जियों के ज्यादातर हानिकारक कीटाणु खाना पकाने के दौरान नष्ट हो जाते हैं, लेकिन फिर भी कुछ मात्रा में हानिकारक रसायन मौजूद होते हैं.



 


पानी दुर्गंध से युक्त
मंदसौर की लाइफ लाइन माने जाने वाली शिवना नदी का पानी शहर के गटर के पानी मिलने की वजह से प्रदूषित हो चुका है.शिवना नदी के किनारे खेत वाले किसान अफसर पटेल बताते हैं कि नदी का पानी किस तरह से दुर्गंध युक्त है.इसकी वजह से फसलों को नुकसान भी पहुंचता है और बमुश्किल इससे सिंचाई कर वे अपनी फसलों का उत्पादन कर पाते हैं. वहीं स्थानीय निवासी सुरेंद्र बताते हैं कि गटर के पानी से और शिवना के प्रदूषित पानी से किसान अपनी खेती करने को मजबूर हैं.इससे जो उत्पादन होता है.वह आम लोगों की सेहत को खराब कर रहा है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. कुणाल बताते हैं कि गंदे पानी से उगाई गई सब्जियों की वजह से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है.एसिडिटी से लेकर गंभीर बीमारियों तक के लक्षण मिल रहे हैं.कई बार शिकायतें की जा चुकी है, लेकिन शिवना शुद्धिकरण की तरफ कोई भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहा है.


डॉक्टर प्रतिज्ञा पाटीदार ने कहा कि नाली के और गंदे पानी से यदि सब्जियां उगाई जाती हैं तो वह बड़ी घातक होती है.टमाटर, ककड़ी और जो दूसरी सब्जियां हम कच्ची सलाद के रूप में खाते हैं.उनमें हानिकारक कीटाणु पूरी तरह से मौजूद रहते हैं.जिससे कैंसर लीवर की बीमारियां यूटीआई और अन्य बीमारियां हो जाती है.