MP का 53वां जिला मऊगंज: मैप में कहां दिखेगा, कौन हैं पड़ोसी जिले, पहले SP-कलेक्टर कौन जानें सभी जरूरी बातें
MP News: मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election)है, इससे पहले मऊगंज के स्थानीय निवासियों को एक और बड़ी सौगात मिली है. बता दें कि अब मऊगंज एमपी का 53 वां जिला बन गया है. आइए जानते हैं जिले से जुड़ी महत्वूर्ण और दिलचस्प बातें.
MP News: मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election)है, इससे पहले मऊगंज (Mauganj News) के स्थानीय निवासियों को एक और बड़ी सौगात मिली है. बता दें कि अब मऊगंज एमपी का 53 वां जिला बन गया है. स्वतंत्रता दिवस के दिन यानि की कल (15 August) जिला मुख्यालय पर तिरंगा फहराया जाएगा और कल ही कलेक्टर और एसपी की पदस्थापना होगी. आइए जानते हैं मऊगंज से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें.
15 अगस्त को फहराया जाएगा तिरंगा
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यानि की कल प्रदेश के 53 वें जिले मऊगंज जिला मुख्यालय पर तिरंगा फहराया जाएगा. इस कार्यक्रम में शासन और प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहेंगे. बता दें कि नवीन जिले मऊगंज में कलेक्टर और एसपी के पदस्थापन के आदेश भी राज्य शासन द्वारा जारी कर दिए गए है.
जिले के पहले कलेक्टर
मध्यप्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने 13 अगस्त को मऊगंज जिले के लिए नए जिला दंडाधिकारी और कलेक्टर के तौर पर IAS अजय श्रीवास्तव की पदस्थापना की है. इसके पहले इसी दिन सोनिया मीना, भाप्रसे (2013) को कलेक्टर, जिला मऊगंज के पद पर पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया था. लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस आदेश को चंद घंटों के अंदर ही निरस्त कर दिया गया. अजय श्रीवास्तव 2013 बैच के आईएएस अफसर हैं, जो अपर आयुक्त, आदिवासी विकास एवं प्रबंध संचालक, मप्र अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम भोपाल (अतिरिक्त प्रभार) के पद में शासकीय दायित्यों का निर्वहन कर रहे थे. IAS अजय श्रीवास्तव अब नव गठित मऊगंज जिले के प्रथम कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं देंगे.
पहले एसपी
नवीन मऊगंज जिले के पहले पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन होंगे इसका आदेश भी मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल द्वारा जारी कर दिए गए है. अब प्रथम पुलिस अधीक्षक के रूप में वीरेंद्र जैन को मऊगंज जिले की जिम्मेंदारी सौंपी गई है. विरेंद्र जैन सेनानी 8वीं वाहिनी विस बल छिंदवाड़ा में पदस्थ थे जिन्हें आगामी आदेश तक पुलिस अधीक्षक जिला मऊगंज बनाए जाने का आदेश जारी किया गया है. विरेंद्र जैन इससे पूर्व कोरिया जिले में आर्थिक अपराधो प्रकोष्ठ शाखा ( EOW ) में बतौर पुलिस अधिक्षक के पद पर रह चुके है.
इतनी तहसील हैं शामिल
13 अगस्त रविवार की सुबह सरकार ने रीवा जिले की 3 तहसीलें (मऊगंज, हनुमना और नईगढ़ी) को मिलाकर मऊगंज जिले के गठन करने के आदेश जारी कर दिए है. मऊगंज प्रदेश का 53वां जिला होगा. आदेश के मुताबिक अब मऊगंज जिला बनने के बाद रीवा जिले में 9 तहसीलें शेष बची हैं. इनमें हुजूर, हुजूर नगर , त्योंथर, रायपुर कर्चुलियान, जवा. गुढ़, सिरमौर, मनगवां और सेमरिया बाकी बचेंगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 5 महीने पहले नए मऊगंज जिले की घोषणा की थी. बता दें कि मऊगंज से रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली जिले सटे हुए हैं.
सीएम ने की थी घोषणा
दरअसल साल 2018 के विधान सभा चुनाव से पहले ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए कहा था की अगर प्रदेश में दोबारा भाजपा की सरकार बनती है तो वह मऊगंज को जिला बनाएंगे. चुनाव हुआ और भाजपा की हार हो गई. जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अपनी सरकार बना ली प्रदेश के मुखिया कमलानाथ को चुना गया जिसके बाद मऊगंज जिला बनाने की योजना धरी की धरी रह गई.
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद भाजपा ने फिर दोबारा प्रदेश में भाजपा ने अपनी सरकार बनाई. जिसके बाद मऊगंज जिला बनाए जाने की मांग तेज हो गई. स्थानीय विधायक प्रदीप पटेल भी मऊगंज को जिला बनाए जाने के लिए सीएम शिवराज से लगातार मांग करते रहे जिसके बाद आज 4 मार्च को घोषणा करते हुए सीएम शिवराज ने मऊगंज की धरती से मऊगंज को जिला बनाए जाने की सौगात दी थी.
विधायक ने जताया आभार
मऊगंज को जिला बनाए जाने के बाद मऊगंज जिले वासियों में हर्ष का माहौल व्याप्त हो गया है और अब लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रह गया है. जिसके लिए स्थानीय विधायक प्रदीप पटेल ने सीएम शिवराज का आभार व्यक्त किया है. बताया जा रहा है की आजादी के बाद पहली बार कोई सीएम सरकारी दौरे पर मऊगंज आए थे और शासकीय कार्य में शामिल होकर मऊगंज तहसील को जिला बनाए जाने की मंच से घोषणा की थी.
मऊगंज की विशेषता
2018 में यहां के विधायक प्रदीप पटेल चुने गए. मऊगंज जिले में 100 स्टोन क्रेशर पहले से ही मौजूद है. मऊगंज तहसील के सीतापुर स्थित गढ़वा में 10 वर्ष पहले हीरे की खोज की गई जानकारी के मुताबिक रिलायंस कंपनी ने जमीन के अधिग्रहण के लिए आवेदन भी किया था. यहां पर उद्योग के लिए दो स्थान भी चिन्हित किए गए है इसके शुरू होते ही पटेहरा और घुरेहटा, इसके बाद मऊगंज जिला उद्योग नगरी की रूप में जाना जाएगा.पटेहरा से पन्नी पथरिया 10 किलोमीटर रिंग रोड की सौगात आज मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा के दौरान मिली है.
मऊगंज नगर में फोर लेन सड़क की सौगात जो सीधा हाइवे से मऊगंज नगर को जोड़ेगी. साथ ही मऊगंज जिले के हनुमना में एक नई रिंग रोड का भी निर्माण होगा. इसके अलावा मऊगंज में नव निर्मित 50 बिस्तरों वाला अस्पताल अब 100 बिस्तर वाला अस्पताल होगा. जगदीश प्रसाद तिवारी पूर्व विधायक ने मऊगंज में सिंचाई के लिए साधन उपलब्ध कराए गए थे जिसके चलते 12 से अधिक बांध मऊगंज जिले में मौजूद है. शिक्षा के क्षेत्र में शासकीय केदार नाथ महाविद्यालय सहित कई सैक्षणिक संस्थान डॉ रामधनी मिश्रा पूर्व विधायक की देन है.
मध्यप्रदेश में इस तरह से बने 52 जिले
वर्ष 1956 में मध्यप्रदेश राज्य के गठन के दौरान प्रदेश में कुल 43 जिले थे. वर्ष 1972 में 2 जिले बनाए जाने के बाद प्रदेश में 45 जिले हो गए. साल 1998 में प्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार थी इस दौरान 16 अन्य राज्यों की घोषणा हुई जिसके बाद प्रदेश में कुल 61 जिले हो गए. साल 2000 में मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ को विस्थापित कर अलग राज्य बनाया गया जिसके बाद प्रदेश के 16 जिले छत्तीसगढ़ में शामिल किए गए और मध्यप्रदेश में जिलों की संख्या घटकर फिर 45 हो गई.
साल 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रही उमा भारती ने प्रदेश में 3 नए जिले बनाए जाने की घोषणा की जिसमें अशोकनगर, अनूपपुर और बुरहानपुर को शामिल किया गया. जिसके बाद प्रदेश में कुल 48 जिले हो गए. साल 2008 में सीएम शिवराज ने सिंगरौली और अलीराजपुर को जिला बना दिया जिसके बाद जिलों की संख्या बढ़कर 50 हो गई. साल 2016 में सीएम शिवराज ने अगर मालवा और 2018 में निवाड़ी को जिला बना दिया जिसके बाद प्रदेश में कुल 52 जिले हो गए. मऊगंज को जिला बनाए जाने की घोषणा सीएम शिवराज के द्वारा की गई थी और अब 15 अगस्त को ध्वजारोहण करने के बाद यह नया जिला बन जाएगा.