MP Election 2023: मंत्री उषा ठाकुर के सामने कांग्रेस प्रत्याशी की करारी हार, देखिए नतीजा
Niwas Assembly Seat Candidate: महू सीट की बात करें तो यहां भाजपा ने मंत्री उषा ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने रामकिशोर शुक्ला को मैदान में उतारा था.
MP Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम की घोषणा हो चुकी है. बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज की है. वहीं महू सीट से संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर को जीत मिली है. उषा ठाकुर ने कांग्रेस प्रत्याशी को 34 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है.
2023 में ऐसा रहा परिणाम
बीजेपी - उषा बाबू सिंह ठाकुर 102989
निर्दलीय - अन्तरसिंह दरबार 68597
रामकिशोर शुक्ला 'भैय्याजी' 29144
बीजेपी 34392 वोटों से जीत
उषा ठाकुर को टक्कर देंगे रामकिशोर
2.82 लाख मतदाताओं वाली सीट से कांग्रेस ने रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है. बता दें कि रामकिशोर पहले बीजेपी में चले गए थे, लेकिन 23 सिंतबर को वो कांग्रेस में फिर शामिल हो गए. हालांकि प्रत्याशी की घोषणा के बाद कांग्रेस प्रत्याशी रामकिशोर शुक्ला का विरोध भी हो रहा है.
2005 में बीजेपी में शामिए हुए थे शुक्ला
महू विधानसभा क्षेत्र में रामकिशोर शुक्ला ताकतवर माने जाते हैं. 2005 से पहले वो कांग्रेस में ही थे, लेकिन फिर बीजेपी में वो शामिल हो गए. तब से वो कैलाश विजयवर्गीय के कट्टर समर्थक माने जाते रहे हैं. वहीं नगर परिषद में भी शुक्ला का लगभग 15 वर्षों से दबदबा रहा है. कांग्रेस ने उनपर इस बार इसलिए विश्वास जताया हैं, क्योंकि अंतरसिंह दरबार लगातार ही चुनाव हार रहे थे, पार्टी के पास दूसरा कोई ओर चेहरा नहीं था.
बीजेपी ने उषा पर जताया फिर भरोसा
बीजेपी ने महू से फिर एक बार उषा ठाकुर पर भरोसा जताया है. हालांकि उषा ठाकुर ने इससे पहले तीन विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन खास बात ये है कि तीनों ही चुनाव में उन्होंने अलग-अलग सीटों से लड़े हैं. 2003 में इंदौर-1, 2013 में इंदौर विधानसभा और 2018 में महू से उषा ने चुनाव लड़ा था. तीनों ही बार उषा ठाकुर विजयी रहीं.
2018 में कैसा रहा प्रदर्शन
उषा ठाकुर की बात की जाए तो महू में 2018 में उन्हें बहुत कम प्रचार का समय मिला था, लेकिन फिर भी उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता अंतर सिंह दरबार को 6000 मतों से हराया था. इसी जीत के साथ उनका कद पार्टी में बढ़ा. यही वजह रही कि 2020 के शिवराज मंत्रीमंडल में उन्हें जगह दी गई. अब देखना होगा कि क्या वो इस बार चुनाव जीत पाती है या नहीं.