महू कांड पर CM शिवराज का ऐलान, मृतक के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी...
महू में संदिग्ध रुप से हुई आदिवासी युवती की मौत के बाद समाज ने जमकर हंगामा किया. बड़गोंदा थाना क्षेत्र की डोंगरगांव पुलिस चौकी पर बुधवार रात पुलिस और आदिवासी समाजजन आमने-सामने हो गए. जिसके बाद एक युवक की मौत हो गई.
भोपाल: इंदौर जिले के महू (Mhow) में आदिवासी युवती (adivasi girl mhow) की हत्या और पुलिस फायरिंग में हुई एक युवक की मौत ने मामला इतना गरमा दिया कि सड़क से लेकर सदन तक इसे लेकर हल्ला मच गया. अब मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) के निर्देश पर प्रशासन ने मुआवजे का ऐलान किया है. गोली लगने वाले युवक भेरूलाल को 10 लाख रुपये और बड़े बेटे को नगर परिषद में शासकीय नौकरी दी जाएगी.
बता दें कि इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि मृतिका के परिजनों को मुआवजा राशि मिलेगी. इस पूरे मामले की सीएम ने मजिस्ट्रियल जांच (magisterial inquiry) के आदेश दे दिए है.
10 लाख रुपये और सरकारी नौकरी
महू की घटना को लेकर सीएम शिवराज ने ट्वीट करते हुए लिखा कि महू में हुई घटना को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. सीएम चौहान ने कहा कि सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये और बड़े बेटे को नगर परिषद में शासकीय नौकरी दी जाएगी. इसके साथ ही सीएम के निर्देशानुसार तीन बच्चों की समुचित शिक्षा हेतु जनजातीय छात्रावास में संपूर्ण व्यवस्था और मृतक के दाह संस्कार हेतु नकद 20 हजार की राशि प्रदान की जाएगी. पीड़ित परिवार के पास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहले से आवास है. उसे रिनोवेट कराने की व्यवस्था की जाएगी.
जानिए पूरा मामला
बता दें कि महू के डोंगरगांव थाना क्षेत्र में एक आदिवासी युवती की मौत के बाद काफी हंगामा हुआ. हंगामा इतना था कि पुलिस को धारा 144 लागना पड़ गई. परिजनों का आरोप है कि युवती के साथ दबंगों ने गैंगरेप करने के बाद हत्या कर दी. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने चक्काजाम कर दिया. इस प्रदर्शन के दौरान काफी तोड़फोड़ के बाद एक युवक भेरूलाल की मौत भी हो गई. 6 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए और पुलिस को धारा 144 लगाना पड़ गई.
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कांग्रेस ने बनाया जांच दल
कांग्रेस मीडिया विभाग ने ट्वीट करते हुए बताया कि इस मामले में जाच के लिए पार्टी ने कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पाचीलाल मेड़ा और इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी को जिम्मा दिया है. पुलिस चौकी पर पुलिस और आदिवासियों में हुए संघर्ष की घटना की जांच कर रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेंगे.