प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्यप्रदेश (MP News) के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (Minister Bhupendra Singh) ने आंधी के दौरान महाकाल लोक परिसर (Mahakal Lok Storm) में क्षति को लेकर हाल ही में उठे विवाद पर आज पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस पार्टी द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें ठोस सबूत देना चाहिए या सार्वजनिक माफी जारी करनी चाहिए. उन्होंने घटनाक्रम को लेकर कहा कि शिवराज सरकार ने 2017 में महाकाल लोक के निर्माण के लिए 100 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया था, जिसमें भूमि अधिग्रहण के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. इसके बाद कमलनाथ सरकार के दौरान मूर्ति स्थापना समेत महाकाल लोक निर्माण का कार्यादेश जारी किया गया.


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गुणवत्ता के साथ महाकाल लोक का हुआ कार्य 
भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा कि मूर्ति लगाने की राशि कमलनाथ सरकार में जारी हुई. महाकाल लोक के निर्माण का शिवराज सरकार निर्णय था. महाकाल लोक का काम गुणवत्ता के आधार पर हुआ है. तकनीकी सीपेट ने इसका परीक्षण किया गया है. उन्होंने जानकारी दी कि महाकाल लोक में लगाई गई 100 मूर्तियां जिनकी 7 करोड़ रुपये कीमत है. मूर्तियों के मेंटिनेंस का काम तीन साल का कंपनियों की है. 6 मूर्तिया क्षतिग्रस्त हुई है जिनको लगाया जाएगा.


कांग्रेस गंदी राजनीति कर रही है: भूपेंद्र सिंह
कांग्रेस पर हमलावर होते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस महाकाल लोक को लेकर गंदी राजनीति कर रही है. कांग्रेस का महाकाल लोक में भ्रष्टाचार का आरोप निराधार है. कांग्रेस सरकार के दौरान दो बार भुगतान हुआ तो कांग्रेस बताए कि क्या कांग्रेस ने भ्रष्टाचार किया था? कांग्रेस को तथ्य देना चाहिए. लोगों की भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं. महाकाल लोक बनाने वाली कंपनी को क्लीन चिट दी. आंधी से महाकाल लोक परिसर की मूर्तियां गिर गईं. नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हमें पत्र लिखकर दें हम उन बिंदुओं पर जांच कराएंगे. बता दें कि उज्जैन कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में आंधी तूफान से मूर्तियां गिरने की पुष्टि हुई है.