प्रमोद सिन्हा/खंडवा: खंडवा से चार दिन पहले गायब हुई 10 वर्षीय नाबालिक लड़की हैदराबाद में मिल गई. पुलिस हैदराबाद से बच्ची सहित दो महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार करके खंडवा लाई. इस मामले में बच्ची की मुहबोली मां की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है. पुलिस ने इस पूरे मामले की गहनता से पूछताछ के लिए आरोपियों को रिमांड पर लिया है. पुलिस ने इस मामले में 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा था.


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बता दें कि खंडवा में 10 अक्टूबर को बच्ची के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसकी 10 वर्षीय बेटी चीरा खदान क्षेत्र में पूनम प्रजापति महिला के पास रहती थी. उसकी बेटी 15 तारीख से गायब है. इस शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी.


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बच्ची तेलांगना में मिली
पुलिस ने सबसे पहले बच्ची की मुंह बोली मा से पूछताछ की और उसी की बताई जानकारी के आधार पर तेलंगाना पहुंची. यहां हैदराबाद के राघव पुरा कॉलोनी से बिहार के कटिहार जिले के सुमित कुमार झा, पश्चिम बंगाल की ज्योत्सना दास और मल्काजगीरी तेलंगाना की मोरोमी गोवाला के कब्जे से लड़की को बरामद किया. पुलिस ने तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर खंडवा लाई. यहां न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड लिया.   पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है कि आखिर बच्ची खंडवा से हैदराबाद कैसे पहुंची, और जिन लोगों के पास से बच्ची को बरामद किया उनका उद्देश्य क्या था. पुलिस हैदराबाद पश्चिम बंगाल, बिहार अलग-अलग जगह के लोगों की भूमिका को देखते हुए इनके नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटा रही है.


मां छोड़कर जा चुकी
बच्ची का पिता अशोक राठौर खंडवा में मजदूरी करता है. उसकी दो बेटियां और एक बेटा था. परवरिश नहीं कर पाने की वजह से पति-पत्नी में विवाद हुआ और पत्नी बच्चों को लेकर चली गई. दूसरी शादी करने के पहले पत्नी ने एक बेटी को खंडवा की चिराखदान क्षेत्र में उसकी परिचित पूनम प्रजापति को सौंप दिया था. यह लड़की पिछले 8 साल से इस महिला के पास रह रही थी और 15 तारीख को अचानक गायब हो गई. इसी की गुमशुदी की शिकायत पिता ने पुलिस से की थी.