प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र का दूसरा दिन हंगामेदार रहा.बीजेपी विधायक ने कांग्रेस नेताओं से अपनी सुरक्षा पर खतरा बताते हुए विधानसभा के स्पीकर गिरीश गौतम से सुरक्षा की मांग की है.विधायक उमाकांत शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से सुरक्षा की मांग की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल उमाकांत शर्मा ने विधानसभा में आज हुए अभद्र व्यहार के बाद खुद को डरा हुआ बताया.उन्होंने पीसीसी चीफ कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पर षड़तंत्र का आरोप लगाया. उमाकांत शर्मा ने कहा कि सदन के अंदर धक्का मुक्की अभद्र और अपमानजनक व्यहार किया गया है.मुझे भय है कि जब मेरे साथ यहां इस तरह व्यवहार किया जा सकता तो बाहर भी कोई घटना घटित हो सकती है, मैं सुरक्षा के साथ-साथ कड़ी करवाई की भी मांग करता हूं.


सरकार ने कड़ा एक्शन लिया:सीएम शिवराज 
वहीं विधानसभा में अपने व्यक्तव्य में सीएम शिवराज ने कहा कि पिछले ढाई साल का रिकार्ड उठाकर देख लें, पोषण आहार व्यवस्था से लेकर विभाग की किसी भी योजना के क्रियान्वयन में जिसने भी गड़बड़ी करने की कोशिश की है .सरकार ने उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है.अब तक 104 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. 22 अधिकारियों को निलंबित किया गया है, 6 को नौकरी से निकाल बाहर किया गया है, 3 अधिकारियों की पेंशन रोकी गई है. 2 की वेतनवृद्धि रोकी गई है, 40 की विभागीय जांच चल रही है और 31 अधिकारियों को लघु शास्ति दी गई है.


अनुपूरक बजट पेश
आज वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने एमपी विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया. विधानसभा अनुपूरक बजट 9 हजार करोड़ के आसपास का है. अनुपूरक बजट पर चर्चा कल होगी. अनुपूरक बजट को लेकर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि अनुपूरक बजट से विकास को रफ्तार मिलेगी.


वहीं सदन में सियासी संग्राम पर मंत्री भूपेंद्र सिंह विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सदन के जाया समय के लिए विपक्ष जिम्मेदार है.मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों को अपनी बात रखने का अधिकार, लेकिन विपक्ष बोलने ही नहीं दे रहा है. 


किसानों को यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों को खाद की आपूर्ति निर्बाध रूप करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि रवि की फसल की बोनी से पहले डिफाल्टर किसानों के लिए सोसायटियों से खाद,यूरिया मिलेगा.कृषि मंत्री ने ऋणी, अऋणी और डिफॉल्टर सभी किसानों को नगद राशि में सोसायटियों से यूरिया देने का आदेश दिया है. जिन किसानों के खाते सहकारी बैंक में नहीं है या जो किसान सहकारी समितियों के सदस्य नहीं है,उन्हें भी नगद राशि से यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा.