प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्य प्रदेश में आज से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और इलाज के लिए मरीजों को भटकना पड़ सकता है. प्रदेश के 13 हजार से ज्यादा सरकारी डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इससे पहले 1 मई को डॉक्टरों ने आंखों में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जाहिर किया था. इसके बाद 2 मई को डॉक्टरों ने सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक कोई काम नहीं किया. अब इस हड़ताल को समर्थन देते हुए कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है. साथ ही सत्ता में वापस आने पर सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है. 


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जूनियर डॉक्टर, NHM संविदा डॉक्टर और बॉन्डेंड डॉक्टर्स भी शामिल
इस हड़ताल में  10 हजार डॉक्टर्स समेत 3300 जूनियर डॉक्टर्स, 1400 NHM संविदा डॉक्टर और 1050 बोंडेड डॉक्टर्स भी शामिल हैं. मंगलवार को सरकार और डॉक्टर्स के बीच बातचीत तो हुई लेकिन कुछ बात नहीं बनी, जिसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया.


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कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरा
डॉक्टरों की इस हड़ताल को कांग्रेस ने समर्थन दिया है. साथ ही प्रदेश सरकार पर संवादहीनता का आरोप लगाया है.  कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि डॉक्टरों के साथ सिर्फ कागजों पर संवाद हुआ. सरकार ने एक्चुअल में संवाद नहीं किया. साथ ही डॉक्टर से कहा कि कि कांग्रेस की सरकार बनते ही डॉक्टरों की शत-प्रतिशत मांग मानी जाएगी. 


डॉक्टरों ने दी चेतावनी
डॉक्टरों ने कहा कि जब तक प्रमोशन पॉलिसी, संविदा डॉक्टरों को नियमित करने समेत उनकी सभी मांगों को पूरा करने का लिखित आदेश नहीं मिलेगा, तब तक वह लोग काम पर वापस नहीं जाएंगे. 


हमेशा मानी गई मांग
डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि  मध्य प्रदेश की सरकार हर स्तर पर संवाद स्थापित करने वाली सरकार है. डॉक्टरों की लगभग सभी मांगे मान ली गई हैं. उनकी मांग को लेकर एक कमेटी बनाई गई है, जो विचार-विमर्श कर रही है.